जांजगीर-चांपा: पामगढ़ ब्लॉक के एक गांव से 33 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद यहां हंगामा हो गया. इन मरीजों को जिला मुख्यालय स्थित हॉस्पिटल में शिफ्ट करने के लिए पहुंचे स्वास्थ्य अमले और पुलिस बल पर गांव वालों ने हमला बोल दिया. साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पर भी गांव वालों ने गुस्सा उतारा. गांव वालों का कहना था कि कोरोना मरीजों का गांव में ही इलाज किया जाए. आखिरकार भारी समझाइश के बीच सभी मरीजों को अस्पताल पहुंचाया गया.
पामगढ़ ब्लॉक के सेमरिया गांव में स्वास्थ्य और पुलिस अमला मौके पर जब पहुंचा तो बड़ी संख्या में गांव की महिलाओं ने उनपर हमला बोल दिया. जिस तरीके से बड़ी संख्या में लोग पुलिस बल की ओर हमलावर हुए उससे पुलिस बल ने मौके से भागने में ही अपनी भलाई समझी. ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य अमले के लिए यह दुविधा की स्थिति रही कि वह किस तरीके से मरीजों को कोविड-19 हास्पिटल में शिफ्ट करें.
कोविड-19 अस्पताल से कोरोना संक्रमित मरीज गायब, पुलिस ने दर्ज किया मामला
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पर उतरा गुस्सा
सुरक्षा व्यवस्था के साथ पुलिस बल की मौजूदगी में स्वास्थ्य अमला सेमरिया गांव पहुंचा. काफी समझाइश के बाद देर रात सभी कोरोना संक्रमित मरीजों को जिले के कोविड-19 हास्पिटल में भर्ती कराया गया. इसके अलावा गांव के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सतरूपा ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रामीणों का गुस्सा उन पर भी टूट पड़ा. जब वह कहने लगे कि सारी जानकारी उन्होंने ही स्वास्थ्य विभाग को दी है. अब हालांकि गांव वालों ने समझाइश के बाद देर रात अस्पताल में भर्ती होने के लिए हामी भर दी है. इसके बाद मरीजों को कोविड-19 हास्पिटल में भर्ती कराया गया है.
निकाली जा रही कॉन्टैक्ट हिस्ट्री
पामगढ़ ब्लॉक के सेमरिया गांव में कोरोना वायरस का मामला सबसे पहले आया था. जिसके कारण स्वास्थ्य विभाग लगातार यहां कोरोना के सैंपल ले रहा था. जिसमें 33 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. मामले में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर सौरव यादव ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि गांव में वृहद स्तर पर कोरोना के सैंपल लिए जा रहे हैं. सभी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की कांटेक्ट हिस्ट्री भी निकाली जा रही है.