जांजगी-चांपा: ग्राम सुराजी योजना के तहत बलौदा ब्लॉक के तीन नाले कर्रा, गंगदेही और चौतरिया को छोटे स्ट्रक्चर में बनाकर वाटर हार्वेस्टिंग के लिए तैयार किया जाएगा. इसके लिए जिले के 87 नालों में रिसोर्स के लिए स्टॉप डैम बनाए जाएंगे. इस योजना के तहत कुल 786.23 किलोमीटर लंबे नालों का निर्माण होगा. इससे 5 लाख 90 हजार एकड़ में सिंचाई होगी.
जिला पंचायत CEO तीर्थराज अग्रवाल ने बताया कि बरसात के पानी को रोकने और इससे सिंचाई करने के लिए जिले के 90 नालों में काम किया जाएगा. इनमें बलौदा ब्लॉक के तीन नाले फारेस्ट के अंतर्गत आने के कारण वहां वन विभाग की ओर से काम किया जाएगा. बचे 87 नालों का काम मनरेगा से किया जाएगा. इसके लिए कार्य योजना बनाई गई है. योजना के लिए 20 करोड़ 47 लाख रुपए की स्वीकृति भी आ चुकी है.
नालों में छोटे स्ट्रक्चर बनाए जाएंगे
तीर्थराज ने बताया कि इन नालों में छोटे-छोटे स्ट्रक्चर बनाए जाएंगे. जिस तरह घरों में वाटर हार्वेस्टिंग किया जाता है, उसी तरह हार्वेस्टिंग का काम नालों के जरिए किया जाएगा. स्ट्रक्चर बनने के बाद स्टॉप डेम बनाया जाएगा. जहां से वाटर रिसोर्स होगा.
योजना के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार
ग्राम सुराजी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी के तहत जिले के 90 नालों में पानी को रोकने और सिंचाई की व्यवस्था बनाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से ये प्रयास किया जा रहा है. राज्य सरकार ने नालों को व्यवस्थित करने के लिए विशेष योजना बनाई है. इसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी बनाया जा चुका है. जिसके तहत 5 लाख 90 हजार एकड़ क्षेत्रफल में पानी का संरक्षण किया जाएगा.