जांजगीर-चांपा: जिला श्रम कार्यालय में रविवार को KSK महानदी पावर प्लांट के बर्खास्त भू-विस्थापित कर्मी ने बैठक के दौरान हताश होकर जहर पी लिया. जिसके बाद कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई. साथी मजदूरों ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया. जहां उसका इलाज जारी है. फिलहाल उसकी स्थिति स्थिर बनी हुई है.
दरअसल जांजगीर चांपा के अकलतरा क्षेत्र के नरियरा में स्थापित KSK पावर प्लांट से 20 भू-विस्थापित मजदूरों को 10 महीने पहले बर्खास्त किया गया था. रविवार को श्रम कार्यालय में KSK महानदी पावर प्लांट प्रबंधन और भू-विस्थापित कर्मीयों के बीच समझौता वार्ता प्रशासन के पहल पर आयोजित की गई थी. जिला श्रम कार्यालय में जारी वार्ता के दौरान मुद्दों पर फिर बात नहीं बनी. जिसके बाद निराश होकर भू-विस्थापित मजदूर रामनाथ केवट ने जहर का सेवन कर लिया.
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क्यों बर्खास्त हुए मजदूर
प्लांट में नियमित करने की मांग को लेकर 10 महीने पहले आंदोलन हुआ था. जिसके बाद 20 मजदूर नेताओं को बर्खास्त कर दिया गया था. जो फिलहाल गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. इन मजदूरों की प्लांट में वापसी कराने के लिए अब तक आधा दर्जन वार्ता बैठक हो चुकी है. लेकिन प्लांट प्रबंधन ने अब तक किसी भी तरह का निर्णय नहीं लिया है. प्रशासन की तरफ से आयोजित वार्ता को अधिक महत्व दिया जाता है. जिसकी वजह से क्षेत्र में लगातार असंतोष का भी माहौल है. जहर सेवन करने वाले मजदूर रामनाथ केवट की हालत फिलहाल स्थिर बनी हुई है.