जांजगीर चांपा: जिला जेल रविवार को अखाड़े में तब्दील हो गया है. सुबह से ही तकरीबन 240 बंदियों ने जेल के खाने का बहिष्कार कर आंदोलन शुरू कर दिया. सूचना के बाद पहुंचे एसडीएम, तहसीलदार सहित जिला केंद्रीय जेल बिलासपुर के अधीक्षक होमेश मंडावी ने बंदियों को समझाइश दी. अधिकारियों की समझाइश पर बंदी और भी उग्र हो गए.
बंदियों ने खुद को किया चोटिल: उग्र बंदियों ने अधिकारियों के सामने ही अपने शरीर को धारदार औजार से चोटिल कर लिया. घायल बंदियों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है. इसके साथ ही बंदियों को समस्या सुलझाने का आश्वासन जेल प्रशासन की ओर से दिया गया. आश्वासन मिलने के बाद बंदियों ने शाम तकरीबन 4 बजे आंदोलन खत्म किया.
तलाशी के दौरान किया हंगामा: बताया जा रहा है कि जिला जेल जांजगीर खोखरा में विचाराधीन बंदियों ने सुबह लॉकअप खुलने के बाद हंगामा शुरू किया. कर्मचारियों ने सभी बैरक की तलाशी ली और बंदियों के पास से नशे का सामान बरामद किया. बंदियों के पास से आपत्तिजनक सामान की जब्ती के दौरान जेल कर्मचारियों ने बंदियों को गाली भी दी. इसके बाद जेल के 240 बंदियों ने एक साथ नारेबाजी करते हुए हंगामा मचाया और खाने का बहिष्कार कर दिया.
सूचना पाकर पहुंचे तहसीलदार: बंदियों द्वारा हंगामे की सूचना के बाद एसडीएम, तहसीलदार और बिलासपुर केंद्रीय जेल अधीक्षक जेल पहुंचे. अधिकारियों ने आक्रोशित बंदियों को समझाने की कोशिश की. बंदियों ने जिला जेल के अधीक्षक सहित कर्मचारियों की शिकायत की और खाने की क्वालिटी के साथ स्वास्थ्य सुविधा पर्याप्त न होने का आरोप लगाया.
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"बंदियों में तीन लोगों ने जेल के अंदर अपने शरीर को काट लिया. उनके शरीर से खून बहने लगा. उन तीनो बंदियों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है. बंदियों की मांग पर जेल में लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज निकाला जा रहा है. बंदियों से बदसलूकी करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी. बंदियों के खाने के साथ ही नियमित स्वास्थ्य परीक्षण के लिए भी डाक्टर की व्यवस्था की जाएगी." -होमेश मंडावी, केंद्रीय जेल अधीक्षक और रेंज प्रभारी
जेल प्रशासन सवालों के घेरे में: जिला जेल में इस तरह अचानक बंदियों का हंगामा और समझाइश के दौरान उग्र हो जाना जेल प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर रहा है. आखिरकार जेल में बंदियों के पास नशे का सामान और हथियार कैसे पहुंचा. ऐसे कई सवाल है, जिनका जवाब जेल प्रशासन देने से बच रहा है. हालांकि जेल प्रशासन ने बंदियों के समस्या सुलझा लेने की बात कही है.