जांजगीर-चांपा : जिला अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया विचाराधिन बंदी 7 जून से फरार हो गया है. विचाराधीन बंदी को खोखरा जेल से सीने में दर्द होने के कारण 7 जून को ही जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था.आरोपी से फरार होने के 2 दिन बाद भी जेल प्रशासन इस मामले में कुछ भी कहने से बच रही (Prisoner absconding from Janjgir District Hospital ) है.वहीं बंदी की सुरक्षा में लगे जवान को निलंबित कर दिया गया है.
कैसे भागा कैदी : जांजगीर चांपा जिला के मुलमुला पुलिस ने 23 मई को देवरीखुर्द बिलासपुर निवासी दुर्गा प्रसाद साहू को नाबालिग युवती से दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया (absconding prisoner is a resident of Bilaspur ) था . जिसके बाद इसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया था ,लेकिन कुछ समय जेल में रहने के बाद आरोपी के सीने में दर्द होने की वजह से जेल प्रशासन ने विचाराधीन बंदी दुर्गा प्रसाद साहू को जिला अस्पताल में भर्ती कराया.
मामले को दबाने की हुई कोशिश: जहां आरोपी की सुरक्षा और निगरानी के लिए एक प्रहरी को अस्पताल में तैनात किया गया. लेकिन आरोपी ने 7 जून की रात प्रहरी और अन्य मरीजों को चकमा देकर फरार हो गया. जिला अस्पताल से फरार आरोपी की तलाश में जेल प्रबंधन जुटी हुई थी. कोतवाली पुलिस को मामले की जानकारी दी गई. लेकिन इस मामले को मीडिया से छिपाने का प्रयास किया(Janjgir Champa Jail Administration kept silent in the matter) गया.
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मीडिया में खुला मामला : आखिरकार मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस हरकत में आई है और आरोपी की तलाश में जुट गई है. जिसमें ये बात सामने आई कि बंदी ने रात 12 बजे प्रहरी से हथकड़ी कड़ा होने की बात की.जिसके बाद प्रहरी ने बंदी की हथकड़ी को ढीला कर दिया (Dodge the guard in Janjgir ) था. इसके बाद अपने प्लान के मुताबिक बंदी ने प्रहरी को दवा लेने जाने को कहा. जैसे ही प्रहरी हथकड़ी ढीला करके दवा लेकर लौटा तो देखा की बंदी भाग चुका है.