जांजगीर-चांपा : सुविधाओं के अभाव में जिले के खिलाड़ी खेल से वंचित हो रहे हैं, खिलाड़ियों की प्रतिभा को देखते हुए यहां खेल का मैदान तो बना दिया गया, लेकिन देख-रेख के अभाव में ये मैदान महज एक चारागाह बनकर रह गया है. यहां चरने वाले मवेशियों और खेल मैदान के भवन की जर्जर हालात देख खिलाड़ियों को हताश होकर लौटना पड़ता है.
चंद्रपुर क्षेत्र के मालखरौदा ब्लॉक के गांव चारपारा में 25 लाख रुपए की लागत से खेल मैदान की निर्माण करवाया गया था, जहां अब तक किसी भी खेल का आयोजन नहीं किया गया है. ये मैदान खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से बनाया गया था, लेकिन 12 साल में खिलाड़ियों ने इस मैदान में एक भी खेल आयोजन नहीं देखा है. हालात ये है कि मैदान चारागाह बन गया है और भवन खंडहर में तब्दील हो चुका है.
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खिलाड़ियों के ठहरने के लिए बनाए गए कमरों में दरारें पड़ने लगी हैं. फर्श उखड़ने लगा है. दरवाजे पूरी तरह से टूट चुके हैं. बाउंड्री वॉल गिर गई है. वहीं कमरों में गंदगी भरी हुई है. ऐसे में खिलाड़ियों को प्रैक्टिस के लिए मजबूरन दूर जाना पड़ता है.