जांजगीर चांपा: जिले के पंचायत सचिव पिछले 13 दिनों से आंदोलन पर हैं, लेकिन अब तक शासन-प्रशासन की तरफ से उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया. नाराज पंचायत सचिवों ने सद्बुद्धि यज्ञ के माध्यम से शासन-प्रशासन को जगाने का प्रयास किया है. उन्होंने नारेबाजी करते हुए 25 जनवरी से भूख हड़ताल और आगे रायपुर में प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.
26 दिसंबर से पंचायत सचिव लगातार आंदोलन पर हैं. इसकी वजह से पंचायतों का कामकाज पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है. पंचायत सचिवों का आरोप है कि उनके समकक्ष अन्य विभागों में सेवा देने वाले कर्मियों को शासन नियमित कर चुकी है. केवल पंचायत सचिवों का ही शासकीयकरण अब तक रुका हुआ है. इस पर शासन को गंभीरता से विचार करना चाहिए. इस दौरान पंचायत सचिवों की मांगों का समर्थन करने विधायक नारायण चंदेल भी प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और राज्य सरकार से पंचायत सचिवों की मांगों को शीघ्र पूरा करने की मांग की.
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पंचायत सचिवों की मांग
- पंचायत सचिवों की मांग है कि परीक्षा अवधि के 2 साल पूरा करने वाले सचिवों को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए.
- रोजगार सहायक तीन सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, जल्द उनकी मांगों पर विचार किया जाए.
- ग्रेड पर निर्धारण कर नियमितीकरण किया जाए.
- ग्राम पंचायतों को नगर निगम/नगर पंचायत में शामिल किया जा रहा है.
- ग्राम रोजगार सहायकों को संबंधित निकाय में शामिल किया जाए.
- अन्य रिक्त ग्राम पंचयत में सेवा पर रखा जाए.
- ग्राम रोजगार सहायकों को सचिव पद पर वरियता के आधार पर सीधी भर्ती की जाए.
- पंचायत सचिव प्रदेश पंचायत सचिव संगठन छत्तीसगढ़ के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं.