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अच्छी खबरः नकल के कलंक से मुक्त हुआ जांजगीर-चांपा, बोर्ड परीक्षा में नहीं पकड़ाए एक भी नकलची

शासन के निर्देश पर चलाए जा रहे शिक्षा गुणवत्ता अभियान और छात्रों की मेहनत का परिणाम है कि अब धीरे-धीरे ही सही मगर जिले से नकल का कलंक धुलने लगा है.

बोर्ड परीक्षा
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Published : Mar 24, 2019, 12:32 PM IST

जांजगीर चांपाः जिले से एक अच्छी खबर है. बोर्ड परीक्षाओं में नकलचियों की संख्या में भारी गिरावट देखी जा रही है. पहले जहां माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षाओं में भारी संख्या में नकल प्रकरण बनते थे. वहीं इस बार ऐसे मामलों की संख्या शून्य है.

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परीक्षा का अंतिम दौर चल रहा है. सभी मुख्य पेपर लगभग खत्म होने की ओर हैं. ऐसे में विभाग भी राहत महसूस कर रहा है. वहीं छात्रों की लगन और मेहनत भी नजर आने लगी है, जिसका परिणाम है कि परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का उपयोग बंद हो चुका है.

5 साल पहले तक था बदनाम
दरअसल, 5 साल पहले तक जांजगीर-चांपा नकल के गढ़ के रूप में बदनाम था. सैकड़ों मामले हर साल उजागर होते थे, जिससे न सिर्फ जिले की बदनामी होती थी बल्कि विभाग के अधिकारियों पर भी लापरवाही के आरोप लगते थे.

52 हजार 521 परीक्षार्थी शामिल
शासन के निर्देश पर चलाए जा रहे शिक्षा गुणवत्ता अभियान और छात्रों की मेहनत का परिणाम है कि अब धीरे-धीरे ही सही मगर जिले से नकल का कलंक धुलने लगा है. बता दें कि मौजूदा साल मे 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में जिले के 218 परीक्षा केंद्रों में 52 हजार 521 परीक्षार्थी शामिल हुए हैं. वहीं लगभग दो दर्जन उड़नदस्ता टीमें लगातार मॉनिटरिंग कर रही हैं.

जांजगीर चांपाः जिले से एक अच्छी खबर है. बोर्ड परीक्षाओं में नकलचियों की संख्या में भारी गिरावट देखी जा रही है. पहले जहां माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षाओं में भारी संख्या में नकल प्रकरण बनते थे. वहीं इस बार ऐसे मामलों की संख्या शून्य है.

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परीक्षा का अंतिम दौर चल रहा है. सभी मुख्य पेपर लगभग खत्म होने की ओर हैं. ऐसे में विभाग भी राहत महसूस कर रहा है. वहीं छात्रों की लगन और मेहनत भी नजर आने लगी है, जिसका परिणाम है कि परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का उपयोग बंद हो चुका है.

5 साल पहले तक था बदनाम
दरअसल, 5 साल पहले तक जांजगीर-चांपा नकल के गढ़ के रूप में बदनाम था. सैकड़ों मामले हर साल उजागर होते थे, जिससे न सिर्फ जिले की बदनामी होती थी बल्कि विभाग के अधिकारियों पर भी लापरवाही के आरोप लगते थे.

52 हजार 521 परीक्षार्थी शामिल
शासन के निर्देश पर चलाए जा रहे शिक्षा गुणवत्ता अभियान और छात्रों की मेहनत का परिणाम है कि अब धीरे-धीरे ही सही मगर जिले से नकल का कलंक धुलने लगा है. बता दें कि मौजूदा साल मे 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में जिले के 218 परीक्षा केंद्रों में 52 हजार 521 परीक्षार्थी शामिल हुए हैं. वहीं लगभग दो दर्जन उड़नदस्ता टीमें लगातार मॉनिटरिंग कर रही हैं.

Intro:जिले में मिट रहा नकल का कलंक, कभी थोक की संख्या में पकड़े जाते थे नकलची

बोर्ड परीक्षा अंतिम दौर में, इस बार नही बना नकल का एक भी प्रकरण 

10 वीं और 12 वीं में जिले के 218 परीक्षा केंद्रों में 52 हजार 5 सौ 21 परीक्षार्थी दे रहे हैं परीक्षा

जांजगीर चाम्पा:- जिले से अब नकल का कलंक धुलने लगा है, पहले जहाँ माध्यमिक शिक्षा मंडल की परीक्षा में थोक में नकल प्रकरण बनते थे वहीं इस बार नकल प्रकरणों की संख्या शून्य है जबकि परीक्षा का अंतिम दौर चल रहा है वहीं सभी मुख्य पेपर समाप्त हो चुके है। ऐसे में विभाग भी राहत महसूस कर रहा है तो वहीं छात्रों की लगन और मेहनत भी नजर आने लगी है जिसका परिणाम है कि परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों का उपयोग बंद हो चुका है। दरअसल अब 5 साल पहले तक जांजगीर-चांपा जिला नकल के गढ़ के रूप मे बदनाम था यहॉ ठेका लेकर स्कूलों मे नकल कराने की परंपरा आम थी ऐसे सैकड़ों मामले हर साल उजागर होते थे जिससे ना सिर्फ जिले की बदनामी होती थी बल्कि विभाग के अधिकारियों को भी नीचा देखना पड़ता था। मगर शासन के निर्देश पर चलाये जा रहे शिक्षा गुणवत्ता अभियान और छात्रों की मेहनत का परिणाम है कि अब धीरे धीरे ही सही मगर नकल का कलंक धुलने लगा है। मौजूदा साल मे 10 वीं और 12 वीं में जिले के 218 परीक्षा केंद्रों में 52 हजार 5 सौ 21 परीक्षार्थी दे रहे वहीं लगभग दो दर्जन उड़न दस्ता टीमें लगातार परिक्षार्थियों की मानिटरिंग कर रही हैं मगर एक भी नकल का प्रकरण सामने आया। इस मामले मे छात्रों का कहना है कि आज के छात्र अपनी लगन और मेहनत पर विश्वास करते हैं ना कि अनुचित संसाधनों पर इस लिए अब पढ़ने वाले छात्र नकल करने की सोचते भी नही हैं। 

बाईट-1 के एस तोमर जिला शिक्षा अधिकारी(जो कुर्सी मे बैठे है)

बाईट-2 रूची पाण्डेय छात्रा(जो चश्मा लगाई है)

बाईट-3 अंश शर्मा छात्र(भीड़ भाड़ वाली जगह में जिसकी बाइट है)

बाईट-4 श्रेया शर्मा छात्रा (सोफे में जो बैठी है)




Body:विसुअल बाइट WT


Conclusion:
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