जांजगीर-चाम्पा :जांजगीर में हसदेव नदी से पानी लाने का रास्ता साफ ही नहीं हो पा रहा है. पांच बार टेंडर रिकॉल करने, तीन बार नेगोसिएशन करने के बाद टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो पाई है, लेकिनअब तक जमीन अधिग्रहण नहीं हो पाया जिसकी वजह से जिला मुख्यालय में नल जल योजना का काम आगे बढ़ नहीं पा रहा है.
2 साल में 5 बार रिकॉल करने के बाद जैसे तैसे टेंडर हुआ, पहले आचार संहिता के कारण देरी हुई, फिर मामला ड्रॉइंग डिजाइन और मिट्टी टेस्ट अप्रूवल पर अटका रहा. रीटेंडर और रिकॉल करने के बाद पांचवीं बार नागपुर की मल्टी अरबन कंपनी को 33.55 लाख में इस काम का ठेका मिला. अक्टूबर में वर्क ऑर्डर जारी हुआ और ठेकेदार ने कुछ काम भी शुरू किया.
गौरतलब है कि शहर में 2006 से हर साल गर्मी में पनी की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है. शहर में 8 मई 2006 को जल आवर्धन योजना की शुरुआत हो चुकी थी,इसमें 4 करोड़ रुपए खर्च हुए थे.शहर में पुलिस कंट्रोल के पास पानी टंकी बनाई गई.शहर के सभी वार्डों में पाइप लाइन बिछाईगईथी.हसदेव नदी में फिल्टर कर पानी लाने इंटकवेल बनाया था, जिस स्थान पर इंटकवेल बनाया गया था, उस स्थान पर बारह माह पानी तक नहीं पहुंचता था,इस कारण इस बार जगह बदलकर नई योजना बनाई गई है.