जांजगीर चांपा : एक बार फिर पुलिस कस्टडी में आरोपी को टॉर्चर करने का आरोप पुलिस पर लगा है. मालखरौदा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में शुक्रवार की देर शाम नीरज की मृत्यु हो गई. परिजनों का आरोप है कि, 'नीरज को जेल में पूरी रात पीटा गया. जरूरत से ज्यादा प्रताड़ित करने से उसकी तबीयत बिगड़ी और उसने दम तोड़ दिया'.
दरअसल, पूरा मामला मालखरौदा के ग्राम पोता है. परिजनों का आरोप है कि, 'कुछ दिन पहले यानी 22 अक्टूबर को मालखरौदा पुलिस ने जांच पड़ताल के नाम पर आरोपी को थाने ले आई थी. उसके साथ उसके पिता सकुन्द कुर्रे को भी लाया गाया था'.
कस्टडी में रखकर पीटन का आरोप
परिजनों का आरोप है कि नीरज को रातभर पुलिस कस्टडी में रखकर पीटा गया. रातभर टार्चर भी किया गया और सुबह होते ही नीरज को मालखरौदा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती करा दिया गया. फिर शाम को उसे सिम्स हॉस्पिटल बिलासपुर भेजा गया. वहीं 28 तारीख को उसे वापस घर में लाकर छोड़ा गया. इसके बाद परिजनों ने 29 नवंबर की रात को मालखरौदा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया, जहां उसने दम तोड़ दिया.
न्याय के लिए धरने पर बैठे
नीरज को न्याय दिलाने के लिए परिजन मालखरौदा थाने के सामने धरने पर बैठे हैं. धरने में परिवार के साथ-साथ भीम आर्मी, भीम रेजिमेंट के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आस-पास के ग्रामीण भी धरने पर हैं. परिवार वालों ने नीरज को न्याय दिलाने के लिए पुलिस अधीक्षक जांजगीर चाम्पा पारुल माथुर को ज्ञापन भी सौंपा है.
कही कार्रवाई की बात
माथुर ने कहा कि, 'अगर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मारपीट, गंभीर चोट की पुष्टि होती है, तो वे खुद इस घटना में शामिल पुलिस कर्मचारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करेंगे.'