जांजगीर चांपा: शिवरीनारायण में आयोजित मानस महोत्सव और राम वन पथ गमन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृह और पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू भी शिरकत करेंगे. शाम 4 बजे मुख्यमंत्री और मंत्री गण हेलीकॉप्टर से शिवरीनारायण पहुचेंगे और खरौद के लक्ष्मणेश्वर मंदिर पहुंचकर भगवान शंकर के एक लाख शिवलिंग का पूजा अर्चना करेंगे. शिवरीनारायण में आयोजित मानस महोत्सव में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले कलाकारों को पुरस्कृत कर राम वन पथ गमन परियोजना में हुए विकास कार्यों का लोकार्पण करेंगे. शाम 7 बजे महानदी आरती में शामिल होकर आरती करेंगे. (Manas Mahotsav in Shivrinarayan )
जांजगीर चांपा जिले का टेंपल सिटी शिवरीनारायण (Temple City Shivrinarayan of Janjgir Champa ) इन दिनों राममय हो गया है. तीन दिवसीय मानस महोत्सव में प्रदेश भर के कलाकार मानस गान कर रहे हैं. जिसे सुनकर दर्शक भी राम की भक्ति में डूब गए हैं. कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार को बॉलीवुड सिंगर अनुराधा पौडवाल ने भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी. अनुराधा पौडवाल जैसे ही मंच पर पहुंची लोगों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया. उन्होंने भी छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया कहकर लोगों के उत्साह को दोगुना कर दिया. अनुराधा पौडवाल ने कहा कि एक ऐसा गीत बनना चाहिए जो छतीसगढ़ी रामायण स्थल को लोगों तक पहुचाएं. इस गीत को वो हिंदी और छत्तीसगढ़ी दोनों भाषाओं में गाएंगी. आज भजन सम्राट अनूप जलोटा भक्ति संगीत की प्रस्तुति देंगे.
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शिवरीनारायण मंदिर परिसर का उन्नयन और सौदर्यीकरण: लगभग 11वीं शताब्दी का ये शिवरीनारायण मंदिर भगवान राम और लक्ष्मण की आस्था का बड़ा केंद्र है. इसीलिए इसको बड़ा मंदिर भी कहते हैं. राम वन गमन पथ परियोजना के अंतर्गत अब इस मंदिर में सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के आराम के लिए भवन निर्माण किया गया है.मंदिर के विशाल द्वार का जीर्णोद्धार किया गया है. श्रद्धालुओं को दीप प्रज्ज्वलित करने में परेशानी न हो इसके लिए मंदिर परिसर के भीतर ही विशाल दीप स्तंभ का निर्माण किया गया है.
रामायण इंटरप्रिटेशन सेन्टर एवं पर्यटक सूचना केन्द्र:
शिवरीनारायण नगर का अस्तित्व हर युग में रहा है. यह नगर मतंग ऋषि का गुरूकुल आश्रम और माता शबरी की साधना स्थली भी रही है. यह महानदी, शिवनाथ और जोंक नदी के त्रिधारा संगम के तट पर स्थित प्राचीन नगर है. शिवरीनारायण प्राकृतिक छटा से परिपूर्ण नगर है, जो छत्तीसगढ़ के जगन्नाथपुरी धाम के नाम से विख्यात है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार प्रभु राम ने शबरी के जूठे बेर यहीं खाये थे और उन्हें मोक्ष प्रदान किया था. इन सारी बातों को जीवंत रूप देने के लिए मंदिर परिसर के बाहर रामायण इंटरप्रिटेशन सेंटर का निर्माण किया गया है. इससे मंदिर दर्शन करने आए श्रद्धालुओं के मानस पर शिवरीनारायण की अमिट छाप पड़ेगी. इंटरप्रिटेशन सेंटर के बाद स्थित दो वृक्षों के बीच में भगवान राम को जूठे बेर खिलाती हुई माता शबरी की प्रतिमा स्थापित की गयी है. जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनेगी. इसी जगह पर पर्यटकों के लिए सूचना केंद्र भी स्थापित किया जा रहा है. जिससे श्रद्धालु शिवरीनारायण और आस-पास के पर्यटन क्षेत्रों की और जानकारी हासिल कर सकेंगे.
नदी घाट का विकास और सौंदर्यीकरण: शिवरीनारायण में राम वन गमन पर्यटन परिपथ के अतर्गत पर्यटन सुविधाओं के विकास के लिए 39 करोड़ रुपये के काम पूरे किए जाएंगे. प्रथम चरण में 6 करोड़ के विकास कार्य पूरे कर लिए गए हैं. महानदी, शिवनाथ और जोंक नदी के संगम पर स्थित शिवरीनारायण को पर्यटकों के लिए और आकर्षक बनाने के लिए यहां पर नदी घाट का विकास किया गया है. घाटों के सौंदर्यीकरण से यहां श्रद्धालुओं को अब ज्यादा सहूलियत मिलने जा रही है. श्रद्धा के साथ ही ये संगम तट पर्यटन के लिए भी जाना जाए इसके लिए घाट पर व्यू प्वाइंट का निर्माण किया गया है. जहां से पर्यटकों को अद्भुत और मनोरम नजारों का दीदार होगा.