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जांजगीर-चांपा: घिवरा हायर सेकेंडरी स्कूल में मूलभूत सुविधाओं की कमी, अधर में लटका छात्रों का भविष्य

जांजगीर-चांपा के घिवरा में संचालित हायर सेकेंडरी स्कूल में मूलभूत सुविधाओं की कमी है. स्कूल भवन जर्जर हो गया है. इसके अलावा यहां शिक्षकों की कमी के अलावा छात्रों को पेयजल तक नहीं मिल पा रहा है.

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घिवरा हायर सेकेंडरी स्कूल में मूलभूत सुविधाओं की कमी
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Published : Sep 15, 2020, 4:50 PM IST

Updated : Sep 15, 2020, 9:44 PM IST

जांजगीर-चांपा: जनपद पंचायत जैजैपुर के ग्राम पंचायत घिवरा के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल में बच्चों के जीवन से खिलवाड़ चल रहा है. स्कूल अव्यवस्थाओं से भरा पड़ा है. यहां छात्रों से साथ ही शिक्षकों को भी मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. स्कूल का भवन जर्जर हालातों में है. यहां पेयजल की व्यवस्था नहीं है. इसके अलावा पर्याप्त शिक्षक तक नहीं हैं. खेल का मैदान तक नहीं है.

अधर में लटका छात्रों का भविष्य

घिवरा में साल 2007 से संचालित शासकीय हाईस्कूल का उन्नयन कर 2012 में हायर सेकेंडरी स्कूल का दर्जा दिया था. आसपास के ग्रामीण इलाकों के छात्र छात्राओं को 12वीं तक की शिक्षा को सरल और सुगम बनाने के लिए शासन की ओर से यह एक ठोस पहल थी. स्कूल में प्राचार्य सहित विषय विशेषज्ञ शिक्षकों के 19 पदों की स्वीकृति भी प्रदान की गई थी. वर्तमान में 200 से भी अधिक छात्र-छात्राओं का भविष्य इसी स्कूल से सहारे टिका हुआ है.

पढ़ें: फर्जी एनकाउंटर मामले में सभी पक्षकारों ने पेश किया जवाब, HC ने की सुनवाई

शिक्षकों की कमी

जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता के चलते हायर सेकेंडरी स्कूल घिवरा में शिक्षकों की कमी को पूरा नहीं किया जा सका है. वर्तमान में 200 से भी अधिक छात्र छात्राओं का भविष्य शिक्षकों के अभाव में अंधकार में जा रहा है. यहां 5 शिक्षकों के भरोसे पूरे स्कूल का संचालन किया जा रहा है. वहीं महत्वपूर्ण विषय जैसे भौतिक, रसायन, संस्कृत, कला संकाय के शिक्षक नहीं हैं.

पढ़ें: कौशल विकास में देश में दूसरे स्थान पर अंबिकापुर, रेणु पांडेय को कौशलाचार्य समादर पुरस्कार

भवन हुआ जर्जर

साल 2010 में निर्मित हायर सेकेंडरी स्कूल भवन वर्तमान समय में जर्जर हो चुका है. जगह-जगह से दिवारों पर दरार पड़ गई है. नींव भी कमजोर पड़ चुकी है. इस भवन में बारिश के वक्त छत से पानी टपकता है. प्राचार्य बजरंग श्रीवास ने बताया कि दो सालों से घिवरा हायर सेकेंडरी स्कूल में पदस्थ हैं. BEO, DEO और जिला पंचायत के CEO को स्कूल के हालातों के विषय में लगातार जानकारी भेज रहे हैं. उन्होंने बताया कि कई शिक्षक यहां सालों से नहीं आ रहे हैं.

जिला शिक्षा अधिकारी नीता मुखर्जी ने कहा कि घिवरा हायर सेकेंडरी स्कूल में शिक्षक की अनुपस्थित रहने का मामला अभी मेरे जानकारी में आया है. मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेंगी. स्कूल में शिक्षक की कमी को पूरा करने ठोस पहल कि जाएगी.

जांजगीर-चांपा: जनपद पंचायत जैजैपुर के ग्राम पंचायत घिवरा के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल में बच्चों के जीवन से खिलवाड़ चल रहा है. स्कूल अव्यवस्थाओं से भरा पड़ा है. यहां छात्रों से साथ ही शिक्षकों को भी मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. स्कूल का भवन जर्जर हालातों में है. यहां पेयजल की व्यवस्था नहीं है. इसके अलावा पर्याप्त शिक्षक तक नहीं हैं. खेल का मैदान तक नहीं है.

अधर में लटका छात्रों का भविष्य

घिवरा में साल 2007 से संचालित शासकीय हाईस्कूल का उन्नयन कर 2012 में हायर सेकेंडरी स्कूल का दर्जा दिया था. आसपास के ग्रामीण इलाकों के छात्र छात्राओं को 12वीं तक की शिक्षा को सरल और सुगम बनाने के लिए शासन की ओर से यह एक ठोस पहल थी. स्कूल में प्राचार्य सहित विषय विशेषज्ञ शिक्षकों के 19 पदों की स्वीकृति भी प्रदान की गई थी. वर्तमान में 200 से भी अधिक छात्र-छात्राओं का भविष्य इसी स्कूल से सहारे टिका हुआ है.

पढ़ें: फर्जी एनकाउंटर मामले में सभी पक्षकारों ने पेश किया जवाब, HC ने की सुनवाई

शिक्षकों की कमी

जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता के चलते हायर सेकेंडरी स्कूल घिवरा में शिक्षकों की कमी को पूरा नहीं किया जा सका है. वर्तमान में 200 से भी अधिक छात्र छात्राओं का भविष्य शिक्षकों के अभाव में अंधकार में जा रहा है. यहां 5 शिक्षकों के भरोसे पूरे स्कूल का संचालन किया जा रहा है. वहीं महत्वपूर्ण विषय जैसे भौतिक, रसायन, संस्कृत, कला संकाय के शिक्षक नहीं हैं.

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भवन हुआ जर्जर

साल 2010 में निर्मित हायर सेकेंडरी स्कूल भवन वर्तमान समय में जर्जर हो चुका है. जगह-जगह से दिवारों पर दरार पड़ गई है. नींव भी कमजोर पड़ चुकी है. इस भवन में बारिश के वक्त छत से पानी टपकता है. प्राचार्य बजरंग श्रीवास ने बताया कि दो सालों से घिवरा हायर सेकेंडरी स्कूल में पदस्थ हैं. BEO, DEO और जिला पंचायत के CEO को स्कूल के हालातों के विषय में लगातार जानकारी भेज रहे हैं. उन्होंने बताया कि कई शिक्षक यहां सालों से नहीं आ रहे हैं.

जिला शिक्षा अधिकारी नीता मुखर्जी ने कहा कि घिवरा हायर सेकेंडरी स्कूल में शिक्षक की अनुपस्थित रहने का मामला अभी मेरे जानकारी में आया है. मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेंगी. स्कूल में शिक्षक की कमी को पूरा करने ठोस पहल कि जाएगी.

Last Updated : Sep 15, 2020, 9:44 PM IST
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