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जांजगीर-चांपा में आकाशीय बिजली से 145 ट्रांसफार्मर फेल, लगातार हो रहा ब्रेकडाउन

आकाशीय बिजली गिरने से 145 ट्रांसफार्मर फेल हो चुके हैं, जो कई दिन बीतने के बाद भी सही नहीं हुए है. विभागीय अधिकारी ने इंजीनियर को शोकाज नोटिस जारी किया है.

आकाशीय बिजली से 145 ट्रांस्फार्मर फेल
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Published : Jul 6, 2019, 6:33 PM IST

जांजगीर-चांपा : जिले में बरसात के शुरू होते ही बिजली विभाग की परेशानी बढ़ गई है. आकाशीय बिजली की वजह से अब तक 145 ट्रांस्फार्मर खराब हो चुके हैं. विभाग व्यवस्था की बहाली में लगा है. इसके बावजूद लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

आकाशीय बिजली से 145 ट्रांस्फार्मर फेल

जानकारी के अनुसार अभी भी जिले के 2 दर्जन गांव ऐसे हैं, जहां ब्लैक आउट की स्थिति बनी है उसे ठीक करने के लिए विभाग को अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ रही है. विभागीय अधिकारी ने बताया कि आकाशीय बिजली की क्षमता कई हजार वाट की होती है, जिससे आकाशीय बिजली गिरने से 10 किलोमिटर तक के इंसुलेटर पंचर हो जाते हैं और व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ जाती है.

गौरतलब है कि ग्रामीण क्षेत्र में कई ट्रांस्फार्मर फेल हो जाते हैं, जिसे बदलने के लिए 7 दिन की समय सीमा भी निर्धारित की गई है. यदि समय सीमा के भीतर स्थिति बेहतर नहीं होती है, तो इंजीनियर को शोकाज नोटिस जारी किया जाता है. वहीं विभागीय नियम के अनुसार शहरी क्षेत्र में व्यवस्था बहाली की अधिकतम समय सीमा 3 दिन निर्धारित है.

जांजगीर-चांपा : जिले में बरसात के शुरू होते ही बिजली विभाग की परेशानी बढ़ गई है. आकाशीय बिजली की वजह से अब तक 145 ट्रांस्फार्मर खराब हो चुके हैं. विभाग व्यवस्था की बहाली में लगा है. इसके बावजूद लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

आकाशीय बिजली से 145 ट्रांस्फार्मर फेल

जानकारी के अनुसार अभी भी जिले के 2 दर्जन गांव ऐसे हैं, जहां ब्लैक आउट की स्थिति बनी है उसे ठीक करने के लिए विभाग को अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ रही है. विभागीय अधिकारी ने बताया कि आकाशीय बिजली की क्षमता कई हजार वाट की होती है, जिससे आकाशीय बिजली गिरने से 10 किलोमिटर तक के इंसुलेटर पंचर हो जाते हैं और व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ जाती है.

गौरतलब है कि ग्रामीण क्षेत्र में कई ट्रांस्फार्मर फेल हो जाते हैं, जिसे बदलने के लिए 7 दिन की समय सीमा भी निर्धारित की गई है. यदि समय सीमा के भीतर स्थिति बेहतर नहीं होती है, तो इंजीनियर को शोकाज नोटिस जारी किया जाता है. वहीं विभागीय नियम के अनुसार शहरी क्षेत्र में व्यवस्था बहाली की अधिकतम समय सीमा 3 दिन निर्धारित है.

Intro:जिले मे आकाशीय बिजली से अब तक 145 ट्रांस्फार्मर फेल, लगातार हो रहा ब्रेकडाउन

बारिश की एंट्री के साथ आकाशीय बिजली के कहर चरमाराई व्यवस्था, दो दर्जन गांवों मे पसरा अंधेरा 

जांजगीर-चांपा :- जिले मे बरसात के शुरू होते ही विद्युत विभाग की परेशानी बढ़ गई है आकाशीय बिजली का कहर विद्युत व्यवस्था पर टूट पड़ा है जिले मे आकाशीय बिजली की वजह से अब तक 145 ट्रांस्फार्मर खराब हो चुके हैं, विभाग व्यवस्था की बहाली मे लगा है इसके बावजूद लोगो को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार अभी भी जिले के 2 दर्जन गांव जहॉ पर ब्लैक आनट की स्थिति है जिसे बहाल करने मे विभाग के अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। विभागीय अधिकारी ने बताया कि आकाशीय बिजली की क्षमता कई हजार वाट की होती है जिससे चाले लाईन पर आकाशीय बिजली गिरने से 10 किलोमिटर तक के इंसुलेटर पंचर हो जाते है और व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ जाती  है। 

Body:दरअसल जांजगीर-चांपा जिला मैदानी जिला है और बारिश के मौसम मे गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरना स्वाभावित है और शट डाउन या फिर चार्ज लाईन मे बिजली गिरते ही ट्रांस्फार्मर फेल हो जाते हैं। 

Conclusion:गौरतलब है कि ग्रामीण क्षेत्र मे कोई ट्रांस्फार्मर फेल होता है तो उसे बदलने के लिए 7 दिन की समय सीमा निर्धारित है अगर समयासीमा मे व्यवस्था बहाल नही हुई तो संबंधित जुनियर इंजीनियर  या असिस्टेट इंजीनियर को शोकाज नोटिस जारी किया जाता है वहीं विभागीय नियम के अनुसार शहरी क्षेत्र मे व्यवस्था बहाली की अधिकतम समय सीमा 3 दिन निर्धारित है।  

बाईट-1 ए के अंबस्ठ अधीक्षण यंत्री सीएसईबी जांजगीर-चांपा 
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