जांजगीर-चांपा : जिले के जांजगीर-नैला नगर पालिका परिषद में संपत्तिकर, जलकर, समेकितकर वसूली की रफ्तार बीते सालों की तुलना में धीमी है. वर्तमान वित्तीय वर्ष के 365 दिनों में 317 दिन बीत चुके हैं. लेकिन अबतक राजस्व वसूली सिर्फ 20 फीसदी हो सकी है.
चालू वित्तीय वर्ष में अब सिर्फ 48 दिन शेष बचे हैं. पालिका को इन्हीं 48 दिनों में 80 प्रतिशत राजस्व वसूल करना है. लेकिन इसके लिए अबतक न तो कोई प्लानिंग है, और न ही राजस्व विभाग में पर्याप्त कर्मचारी है. वसूली नहीं होने के कारण नगर पालिका अपने कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दे पा रही है. नवंबर 2020 के बाद से नगर पालिका के 216 कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है. अब पालिका प्रशासन वार्डों मे मुनादी करा रही है. साथ ही बड़े बकायादारों को डिमांड नोटिस भी जारी कर रही है.
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नगर पालिका के सामने चुनौती
राज्य सरकार ने कोरोना के कारण नगरीय निकायों के वसूली की तिथि मार्च से बढ़ाकर अप्रैल कर दी गई थी. साथ ही बिना पेनाल्टी के अप्रैल तक टैक्स जमा करने की छूट दी थी. इसके बावजूद लोगों ने टैक्स जमा नहीं किया था. हालांकि कोविड के कारण नगर पालिका के रिकवरी डिपार्टमेंट के लोगों ने भी डोर टू डोर दस्तक नहीं दी. इसके कारण अब वर्तमान वित्तीय वर्ष को समाप्त होने में गिनती के दिन बचे हैं. 4 करोड़ 31 लाख रुपये के लक्ष्य के तुलना में मात्र 89 लाख 53 हजार की ही वसूली हो पाई है. यानी बचे हुए दिनों में अभी भी साढ़े 3 करोड़ के वसूली की चुनौती पालिका के सामने है. इसके लिए पालिका प्रशासन वार्डों में मुनादी करा रही है. बड़े बकाया दारों को डिमांड नोटिस भी जारी कर रही है.