जांजगीर-चांपा: डभरा थाना में पदस्थ आरक्षक पुनीराम खूंटे की तबीयत ड्यूटी के दौरान अचानक बिगड़ गई थी. जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान आज सुबह उनकी मौत हो गई.
आरक्षक पुनीराम खूंटे की तबीयत 6 जून को ड्यूटी के दौरान अचानक खराब हो गई थी. जिसके बाद सबसे पहले पुनीराम को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए स्थानीय डॉक्टर के पास लाया गया था. जहां से उन्हें रायपुर रेफर कर दिया गया था.
रायगढ़ से रायपुर किया गया था रेफर
पुनीराम खूंटे की स्थिति गंभीर होने की वजह से डॉक्टर ने तत्काल रायगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराने की बात कही थी. जिसके बाद उसे रायगढ़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां भी उसकी तबियत में सुधार नहीं हुई. जिसके बाद डॉक्टर्स ने उसे रायपुर रेफर कर दिया था.
रायपुर के निजी अस्पताल में तोड़ा दम
रायपुर के एक निजी अस्पताल में पुनीराम का इलाज करीब 3 दिन तक चला. बताया जा रहा है, पुनीराम को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. इलाज के दौरान पाया गया, उनकी किडनी और लिवर में इंफेक्शन हो गया है. जिसकी वजह से उसकी तबीयत में सुधार नहीं हो सका और आखिरकार मंगलवार को पुनीराम ने दम तोड़ दिया.
आरक्षक पुनीराम खूंटे लगभग 32 साल के थे और मालखरौदा ब्लॉक के मिरौनी गांव के रहने वाले थे.
लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी कर रहा था आरक्षक
जानकारी के मुताबिक आरक्षक पुनीराम खूंटे लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी कर रहा था. बताया जा रहा कि, इससे पहले उन्हें किडनी की बीमारी की किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं थी.