जांजगीर चांपा: जिले को स्वच्छ जिला घोषित हुए 2 साल से अधिक हो गया है, लेकिन आज भी कई ग्राम पंचायतों में तत्कालीन सरपंचों और हितग्राहियों को शौचालय निर्माण की राशि का भुगतान नहीं हुआ है. ताजा मामला सक्ती ब्लॉक के नंदेली गांव में सामने आया है. जहां के तत्कालीन सरपंच ने गांव के ओडीएफ करने को उधार में सामान और साहूकारों से ब्याज में पैसा लेकर मजदूरी भुगतान किया. लेकिन आज तक शौचालय निर्माण का राशि नहीं मिल पाई.
अधिकारियों के चक्कर लगाने के बाद भी 8 लाख से अधिक की राशि न मिलने पर तत्कालीन सरपंच ने आत्मदाह की धमकी दे दी है. पूर्व में सक्ति एसडीएम की जांच के बाद जनपद सीईओ ने सरपंच को पूर्व सरपंच की राशि भुगतान करने का आदेश भी दे दिया है. लेकिन सरपंच ममता उरांव द्वारा राशि जारी करने के बजाय धमकी दी जा रही है. अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं. लाखों रुपए उधार लेकर शौचालय बना कर ओ डी एफ ग्राम नंदेली बनाने वाले सरपंच को अब व्यापारी और साहूकारों के दबाव से परेशानी बढ़ गई है. पूर्व सरपंच ने आज कलेक्टर कार्यालय पहुंच कर 31 मार्च यानी कि कल तक शौचालय निर्माण के भुगतान नहीं होने पर 1 अप्रैल को आत्मदाह की चेतावनी दी है.
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इस मामले में सक्ती एसडीएम और जनपद पंचायत सीईओ ने बताया कि नंदेली में शौचालय निर्माण का राशि सरपंच के खाता में है. लेकिन सरपंच द्वारा तत्कालीन सरपंच को राशि नहीं देने की शिकायत मिली है. 1 अप्रैल को मुख्य मंत्री भूपेश बघेल का सक्ती में दौरा है, अगर राशि मुहैया नहीं करायी गई तो सरपंच आत्मदाह कर लेंगे.
नंदेली गांव के तत्कालीन सरपंच सुशील धीरज को एजेंसी बना कर पूर्व में गांव के 128 शौचालय बनाने का कार्य आदेश जारी किया गया था. लेकिन शौचालय निर्माण के बाद हुए चुनाव में सुशील धिरही के बजाय ममता उराव गांव की सरपंच चुनी गई. जिसके बाद से सरपंच ने शौचालय निर्माण की राशि जारी नहीं किया. अब आत्मदाह की चेतावनी के बाद अधिकारी सुशील धिरही को आश्वासन दे रहे हैं.