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जांजगीर चांपा में जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी निलंबित, जानिए पूरा मामला

Janjgir Champa News: जांजगीर चांपा में जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी पर निलंबन की गाज गिरी है. अधिकारी अश्वनी पाण्डेय पर कलेक्टर के आदेश की अवहेलना का आरोप लगा है.Janjgir Champa District Cooperative Bank nodal officer suspended

Janjgir Champa District Cooperative Bank nodal officer suspended
जांजगीर चांपा में जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी निलंबित
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Dec 22, 2023, 10:21 PM IST

जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी पर निलंबन की गाज

जांजगीर चांपा: जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी अश्वनी पाण्डेय पर निलंबन की गाज गिरी है. जिला सहकारी बैंक बिलासपुर के सीईओ ने अश्वनी पांडेय के खिलाफ निलंबन की कारवाई की है. अश्वनी पांडेय के खिलाफ कलेक्टर ने कार्रवाई के लिए जिला सहकारी बैंक के सीईओ को पत्र जारी कर जांच के लिए आवेदन भेजा था.

कलेक्टर के आदेश की अवहेलना का आरोप: दरअसल, अश्वनी पाण्डेय पर आरोप है कि उन्होंने नवागढ़ ब्लॉक के तुलसी और किरित गांव के किसानों के होल्ड खाते से 61 लाख से अधिक की राशि गैर कानूनी ढंग से निकाल ली है. आश्वनी पांडेय पर कलेक्टर के आदेश के अवहेलना का आरोप लगा है. अश्वनी पाण्डेय के खिलाफ जिला प्रशासन ने अन्य मामलों में भी जांच के आदेश दिए हैं.

ये है पूरा मामला: जांजगीर चांपा में साल 2021-22 में समर्थन मूल्य में धान खरीदी के दौरान किसान और अधिकारियों की मिली भगत से बड़ी धांधली हुई थी. जिसमें नवागढ़ ब्लॉक के किरित और तुलसी धान खरीदी केंद्रों में शासकीय भूमि का पंजीयन कर करोड़ों का धान बेच दिया गया था. मामले की शिकायत पर तत्कालीन कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए. धान खरीदी केंद्र प्रभारी के साथ नवागढ़ तहसील कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ शासकीय राशि के गबन का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी भी की है. इसके साथ ही कलेक्टर ने तुलसी और किरित गांव के 145 किसानों के खाता से लेन देन पर रोक लगा दी थी.

समर्थन मूल्य में बेचा गया था करोड़ों का धान: नवागढ़ ब्लॉक के तुलसी और किरित गांव के किसानों के खाते में बेचे गए धान के पैसे निकाल लेने का मामला सामने आया था. जांच के बाद उन खाता को होल्ड कर दिया गया था. उस खाते में सरकार की ओर से भेजे गए बोनस की राशि और दूसरे साल बेचे गए धान की राशि जमा हो गई थी. लेकिन किसान उसे निकाल नहीं पा रहे थे. इस कारण 145 किसानो के खाते में 77 लाख से अधिक राशि जमा हो गए थे. इस राशि को नोडल अधिकारी अश्वनी पाण्डेय ने जिला प्रशासन की अनुमति के बिना ही निकालने का आदेश दे दिया था. किसानो ने 60 लाख रुपये अपने खाता से निकाल लिए हैं.

इस मामले में भी की जा रही जांच: वहीं, इस मामले की जानकारी मिलने पर कलेक्टर ने अश्वनी पाण्डेय के खिलाफ कर्तव्य में लापरवाही मानते हुए अनुशासनात्मक कारवाई के लिए जिला सहकारी बैंक बिलासपुर को पत्राचार किया था. जिस पर जिला सहकारी बैंक के सीईओ ने अश्वनी पांडेय को निलंबित कर दिया है. अश्वनी पाण्डेय के खिलाफ डभरा ब्लॉक के धुरकोट धान खरीदी केंद्र में भी गड़बड़ी की जांच की जा रही है.

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जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी पर निलंबन की गाज

जांजगीर चांपा: जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी अश्वनी पाण्डेय पर निलंबन की गाज गिरी है. जिला सहकारी बैंक बिलासपुर के सीईओ ने अश्वनी पांडेय के खिलाफ निलंबन की कारवाई की है. अश्वनी पांडेय के खिलाफ कलेक्टर ने कार्रवाई के लिए जिला सहकारी बैंक के सीईओ को पत्र जारी कर जांच के लिए आवेदन भेजा था.

कलेक्टर के आदेश की अवहेलना का आरोप: दरअसल, अश्वनी पाण्डेय पर आरोप है कि उन्होंने नवागढ़ ब्लॉक के तुलसी और किरित गांव के किसानों के होल्ड खाते से 61 लाख से अधिक की राशि गैर कानूनी ढंग से निकाल ली है. आश्वनी पांडेय पर कलेक्टर के आदेश के अवहेलना का आरोप लगा है. अश्वनी पाण्डेय के खिलाफ जिला प्रशासन ने अन्य मामलों में भी जांच के आदेश दिए हैं.

ये है पूरा मामला: जांजगीर चांपा में साल 2021-22 में समर्थन मूल्य में धान खरीदी के दौरान किसान और अधिकारियों की मिली भगत से बड़ी धांधली हुई थी. जिसमें नवागढ़ ब्लॉक के किरित और तुलसी धान खरीदी केंद्रों में शासकीय भूमि का पंजीयन कर करोड़ों का धान बेच दिया गया था. मामले की शिकायत पर तत्कालीन कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए. धान खरीदी केंद्र प्रभारी के साथ नवागढ़ तहसील कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ शासकीय राशि के गबन का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी भी की है. इसके साथ ही कलेक्टर ने तुलसी और किरित गांव के 145 किसानों के खाता से लेन देन पर रोक लगा दी थी.

समर्थन मूल्य में बेचा गया था करोड़ों का धान: नवागढ़ ब्लॉक के तुलसी और किरित गांव के किसानों के खाते में बेचे गए धान के पैसे निकाल लेने का मामला सामने आया था. जांच के बाद उन खाता को होल्ड कर दिया गया था. उस खाते में सरकार की ओर से भेजे गए बोनस की राशि और दूसरे साल बेचे गए धान की राशि जमा हो गई थी. लेकिन किसान उसे निकाल नहीं पा रहे थे. इस कारण 145 किसानो के खाते में 77 लाख से अधिक राशि जमा हो गए थे. इस राशि को नोडल अधिकारी अश्वनी पाण्डेय ने जिला प्रशासन की अनुमति के बिना ही निकालने का आदेश दे दिया था. किसानो ने 60 लाख रुपये अपने खाता से निकाल लिए हैं.

इस मामले में भी की जा रही जांच: वहीं, इस मामले की जानकारी मिलने पर कलेक्टर ने अश्वनी पाण्डेय के खिलाफ कर्तव्य में लापरवाही मानते हुए अनुशासनात्मक कारवाई के लिए जिला सहकारी बैंक बिलासपुर को पत्राचार किया था. जिस पर जिला सहकारी बैंक के सीईओ ने अश्वनी पांडेय को निलंबित कर दिया है. अश्वनी पाण्डेय के खिलाफ डभरा ब्लॉक के धुरकोट धान खरीदी केंद्र में भी गड़बड़ी की जांच की जा रही है.

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