जांजगीर-चांपा: चंद्रपुर विधानसभा के मालखरौदा में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है. कोविड-19 के नियम कानूनों को ताक पर रखकर ये झोलाछाप डॉक्टर्स अपनी दुकानदारी चला रहे हैं. शहर के भांटा क्षेत्र में एक झोलाछाप डॉक्टर पीके डडसेना लंबे समय से अवैध रूप से क्लीनिक चला रहा था. जिसकी शिकायत आलाधिकारियों को बार बार मिल रहा थी.
डॉक्टर ने नहीं दिखाए दस्तावेज
शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग, राजस्व विभाग और औषधि विभाग के आला अधिकारियों ने रविवार को संयुक्त रूप से डॉक्टर की क्लीनिक पर छापामार कार्रवाई की. जहां से अधिकारियों ने एलोपैथी दवाइयों का जखीरा बरामद किया. अधिकारियों ने डॉक्टर से नर्सिंग होम एक्ट संबंधित दस्तावेज मांगे, लेकिन डॉक्टर की ओर से किसी भी तरह के दस्तावेज नहीं दिखाए जाने पर विभाग ने क्लिनिक को सील कर दिया.
बेमेतरा: मिठाई दुकानों पर खाद्य विभाग का छापा, कई दुकानदारों पर कार्रवाई
क्लीनिक में मिली गर्भपात कराने की दवा
अधिकारियों को झोलाछाप डॉक्टर की क्लीनिक से गर्भपात की दवाई मिली है. जब अधिकारियों ने उस दवाई की पर्ची और रसीद मांगी तो डॉक्टर के हाथ-पांव फूल गए. जिसके बाद डॉक्टर गोलमाल जवाब देने लगा. कार्रवाई के दौरान मालखरौदा तहसीलदार अनुराग भट्ट, खंड चिकित्साअधिकारी डॉक्टर कात्यायनी सिंह, ड्रग इंस्पेक्टर बम्बोड़े, और स्थानीय पुलिस मौजूद रही.
नर्सिंग होम एक्ट के तहत कार्रवाई
पुलिस के मुताबिक आरोपी डॉक्टर लंबे समय से अवैध रूप से क्लीनिक संचालित कर रहा था. जिसकी शिकायत पुलिस को लगातार मिल रही थी. मौके पर जाकर जब जांच की गई तो नर्सिंग होम एक्ट के तहत कोई भी वैध दस्तावेज नहीं दिखाने पर अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को सील कर दिया गया.