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बीजापुर हमले में शहीद दीपक के पार्थिव देह की जब पत्नी ने उतारी आरती, रो पड़ा हर शख्स - बीजापुर नक्सली मुठभेड़

शहीद दीपक भारद्वाज पंचतत्व में विलीन हो गए. गृहग्राम पिहरीद में पिता ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी. इससे पहले परिजनों ने शहीद की आरती उतारी. वहां मौजूद हर एक शख्स की आंखें नम हो गई.

funeral of martyr Deepak Bhardwaj
जब परिजनों ने शहीद दीपक की उतारी आरती
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Published : Apr 5, 2021, 9:08 PM IST

Updated : Apr 6, 2021, 9:01 PM IST

जांजगीर-चांपा: बीजापुर में हुए नक्सल हमले में जांजगीर-चांपा के जवान दीपक भारद्वाज वीरगति को प्राप्त हुए थे. सोमवार को उनका पार्थिव शरीर को गृहग्राम पिहरीद लाया गया. शहीद दीपक भारद्वाज के अंतिम दर्शन के लिए लोग उमड़ पड़े. परिजनों ने नम आंखों से शहीद की आरती उतारी. ये दृश्य देखकर वहां माजूद हर एक शख्स रो पड़ा. शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर के बाद सभी ने श्रद्धांजलि दी. शहीद दीपक भारद्वाज के पिता राधेलाल भारद्वाज ने चिता को मुखाग्नि दी. इससे पहले सेना के हेलीकॉप्टर के माध्यम से शहीद दीपक भारद्वाज के पार्थिव शव को रायगढ़ लाया गया था. अंतिम संस्कार के दौरान जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बड़ी तादात में आमजन मौजूद रहे.

शहीद दीपक भारद्वाज पंचतत्व में विलीन

बीजापुर के जोनागुड़ा में नक्सलियों और पुलिस जवानों के बीच मुठभेड़ हुई थी. जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे. इसमें मालखरौदा ब्लॉक के पिहरीद गांव के सब इंस्पेक्टर दीपक भारद्वाज भी शामिल थे. 30 साल के दीपक भारद्वाज का जन्म 06 सितंबर1990 को हुआ था. दीपक ने 16 सितंबर 2013 को सब इंस्पेक्टर भर्ती की मेरिट सूची में जगह बनाई थी.

एक साथ विदा हुए तिरंगे में लिपटे 22 जवान, रो पड़े लोग

साल 2019 में हुई थी शादी

दीपक का विवाह 29 नवंबर 2019 को प्रांतिका भारद्वाज से हुआ था. दीपक शुरू से ही मेधावी छात्र रहे. ग्राम पिहरीद में प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद उनका नवोदय विद्यालय में चयन हो गया था. बचपन से ही उनके मन में देश और समाज सेवा का जज्बा कूट-कूट कर भरा था. सब इंस्पेक्टर के पद पर चयनित होने के बाद उन्होंने अंबिकापुर, सूरजपुर और राजनांदगांव में सेवा दी. जिसके बाद वे बीजापुर में पोस्टेड थे.

जांजगीर-चांपा: बीजापुर में हुए नक्सल हमले में जांजगीर-चांपा के जवान दीपक भारद्वाज वीरगति को प्राप्त हुए थे. सोमवार को उनका पार्थिव शरीर को गृहग्राम पिहरीद लाया गया. शहीद दीपक भारद्वाज के अंतिम दर्शन के लिए लोग उमड़ पड़े. परिजनों ने नम आंखों से शहीद की आरती उतारी. ये दृश्य देखकर वहां माजूद हर एक शख्स रो पड़ा. शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर के बाद सभी ने श्रद्धांजलि दी. शहीद दीपक भारद्वाज के पिता राधेलाल भारद्वाज ने चिता को मुखाग्नि दी. इससे पहले सेना के हेलीकॉप्टर के माध्यम से शहीद दीपक भारद्वाज के पार्थिव शव को रायगढ़ लाया गया था. अंतिम संस्कार के दौरान जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बड़ी तादात में आमजन मौजूद रहे.

शहीद दीपक भारद्वाज पंचतत्व में विलीन

बीजापुर के जोनागुड़ा में नक्सलियों और पुलिस जवानों के बीच मुठभेड़ हुई थी. जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे. इसमें मालखरौदा ब्लॉक के पिहरीद गांव के सब इंस्पेक्टर दीपक भारद्वाज भी शामिल थे. 30 साल के दीपक भारद्वाज का जन्म 06 सितंबर1990 को हुआ था. दीपक ने 16 सितंबर 2013 को सब इंस्पेक्टर भर्ती की मेरिट सूची में जगह बनाई थी.

एक साथ विदा हुए तिरंगे में लिपटे 22 जवान, रो पड़े लोग

साल 2019 में हुई थी शादी

दीपक का विवाह 29 नवंबर 2019 को प्रांतिका भारद्वाज से हुआ था. दीपक शुरू से ही मेधावी छात्र रहे. ग्राम पिहरीद में प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद उनका नवोदय विद्यालय में चयन हो गया था. बचपन से ही उनके मन में देश और समाज सेवा का जज्बा कूट-कूट कर भरा था. सब इंस्पेक्टर के पद पर चयनित होने के बाद उन्होंने अंबिकापुर, सूरजपुर और राजनांदगांव में सेवा दी. जिसके बाद वे बीजापुर में पोस्टेड थे.

Last Updated : Apr 6, 2021, 9:01 PM IST
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