जांजगीर-चांपा : डभरा क्षेत्र के ग्राम बड़े कटेकोनी के रेशम लाल निषाद का परिवार पिछले 6 सालों से सामाजिक बहिष्कार का दंश झेल रहा है. केवट समाज ने रेशम लाल के परिवार का हुक्का-पानी बंद करा दिया है. जिसके कारण पीड़ित परिवार दर-दर की ठोकरें खा रहा है. मामला जांजगीर-चांपा जिले के चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बड़े कटेकोनी का है, जहां केवट समाज के दबंगों ने रेशम लाल निषाद के परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया है और उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है. दरअसल पीड़ित की 6 साल पहले अरेंज मैरिज हुई थी, जिससे समाज के लोग नाराज हो गए और उसे समाज से बेदखल कर दिया.
समाज में मिलाने के लिए समाज के ठेकेदारों ने 1 लाख 20 हजार रुपए का अर्थ दंड घोषित किया. जब रेशम लाल निषाद ये राशि समाज के दबंगों को नहीं दे पाया, तो उसे समाज से बाहर कर दिया गया. रेशम लाल निषाद ने परिवार के साथ थाने पहुंचकर मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने पुलिस-प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है.
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पुलिस-प्रशासन से न्याय की गुहार
रेशम लाल निषाद ने बताया कि उसने 6 साल पहले लरिया केवट समाज की युवती से शादी की थी. इस शादी से उनके दो बच्चे भी हैं. समाज के लोगों का कहना है कि लरिया केवट समाज छोटी जाति है, इसलिए वे अपने समाज में उन्हें नहीं रख सकते. जब से उन्होंने शादी की है, समाज के लोग उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं. रेशम ने डभरा चंद्रपुर परिक्षेत्र के केवट समाज के अध्यक्ष समेत पदाधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने बताया कि वे दंड की राशि नहीं दे पाए, इसलिए उन्हें समाज में शामिल नहीं किया जा रहा है. जिससे उनको और परिवार को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रेशम ने पुलिस-प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है.
इधर पीड़ित रामलाल की बहन सामाजिक प्रताड़ना झेल नहीं पाई और अन्य समाज के लड़के के साथ शादी कर ली है, जबकि केवट समाज की केंद्रीय समिति ने लरिया केवट समाज में शादी करने की अनुमति दी है, फिर भी परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा है.