जांजगीर-चांपा: जहां एक ओर कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने लॉकडाउन की घोषणा की है, वहीं दूसरी तरफ मैदानी स्तर पर तैनात कर्मचारी और अधिकारी इसका फायदा उठाने से नहीं चूक रहे हैं. ऐसा ही एक नजारा खरौद और शिवरीनारायण नगर पंचायत क्षेत्र में देखने को मिला, जहां बॉर्डर पर तैनात कर्मचारी लॉकडाउन के नियमों का हवाला देकर अवैध वसूली करते नजर आए. जब ETV भारत की टीम ने इस विषय पर यहां तैनात कर्मचारियों से बात करने की कोशिश की, तो वे कैमरे से बचते नजर आए. इस पूरे मामले में जब एसडीएम से फोन पर चर्चा की गई, तो उन्होंने साफ तौर पर केवल बगैर मास्क के घूम रहे लोगों के चालान काटे जाने का आदेश दिए जाने की बात कही है.
जांजगीर-चांपा के खरौद और शिवरीनारायण नगर पंचायत क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान बॉर्डर पर तैनात पंचायत के कर्मचारी और अधिकारी लोगों से वसूली करते नजर आए. ETV भारत की टीम जब इस जगह पर पहुंची, तो देखा कि मास्क पहने लोगों के भी चालान काटे जा रहे हैं. यहां वसूली के लिए 2 लोगों को अलग से तैनात किया गया है, जिसमें एक इलेक्ट्रिशन और भृत्य भी शामिल है. पूछने पर इन्होंने बताया कि इन्हें चालान काटने के लिए सीएमओ ने यहां तैनात किया है. दोनों कर्मचारी साफ तौर पर ये कहते नजर आए कि उन्हें बगैर मास्क वालों का चालान काटने के लिए कहा गया है.
धड़ल्ले से चल रही वसूली
राहगीरों से जब पूछा गया कि उनसे किस बात का चालान काटा गया है, तो उन्होंने बताया कि 1 बजे के बाद बॉर्डर से गुरजने की वजह से उनका 100 रुपए का चालान काटा गया है. बता दें कि राहगीरों ने मास्क पहन रखे थे, इसके बावजूद उनसे वसूली की गई. इस विषय में वहां तैनात खरौद नगर पंचायत के सहायक राजस्व निरीक्षक से पूछा गया, तो वह यह कहते नजर आए कि उन्हें 100 रुपए चालान काटने का निर्देश एसडीएम और कलेक्टर ने दिया है.
केवल बगैर मास्क वालों के चालान काटे जाने के निर्देश
ETV भारत की टीम ने जब मौके से पामगढ़ SDM अनुपम तिवारी से बात की, तो उन्होंने बताया कि केवल बगैर मास्क के गुजरने वाले लोगों का चालान काटा जाना है. इसके अलावा जो भी लोग बेवजह वहां से गुजर रहे हैं, उन्हें समझाइश देकर वापस लौटा देने का निर्देश दिया गया है. इसके बाद जब वहां तैनात लोगों से बात की गई, तो वे कुछ भी बोलने से इनकार करते नजर आए. इससे ये साफ अंदाजा लगा सकते हैं कि इस तरह लॉकडाउन के नाम पर वसूली का काम कितने धड़ल्ले से चल रहा है. आसपास के लोगों से मिली जानकारी के बाद पता चला कि इस जगह पर ये काम तकरीबन 10 दिनों से चल रहा है. ETV भारत की टीम शिवरीनारायण नगर पंचायत कार्यालय में इस संबंध में जब और जानकारी जुटाने पहुंची, तो कार्यालय खाली नजर आया.