जांजगीर-चांपा: जिले के दिव्यांग स्कूल में संचालित किए जा रहे कोविड केयर सेंटर में कोरोना मरीज ने फांसी लगा ली है. घटना के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. युवक मालखरौदा क्षेत्र के जमगहन गांव का रहने वाला है, जिसे कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर 4 अगस्त को कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
जानकारी के मुताबिक युवक गुजरात के द्वारका से लौटा था. जांजगीर आने के बाद उसका कोरोना टेस्ट किया गया था. रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे कोविड केयर सेंटर जांजगीर में भर्ती किया गया था. संक्रमित युवक ने शौचालय में फांसी लगाकर खुदकुशी की है. आत्महत्या का कारण फिलहाल अज्ञात है. वहीं साथी मरीजों ने बताया कि वह युवक डिप्रेशन की स्थिति में था. घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
जांजगीर SDOP जितेंद्र चंद्राकर ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि शव का अंतिम संस्कार कोविड-19 के नियमों के तहत ही किया जाएगा. दिव्यांग कोविड केयर सेंटर के प्रभारी डॉक्टर अनिल जगत ने बताया कि घटना की जानकारी उन्हें सुबह ही मिली है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. प्रदेश में अब तक कुल कोरोना संक्रमितों के मामले 10 हजार के पार जा चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में अब तक 7 हजार 800 से ज्यादा संक्रमितों को ठीक भी किया जा चुका है. वहीं 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
इस महामारी से निपटने के लिए राज्य सरकार भी अपने स्तर पर सरकारी तंत्र को मजबूत करने में लगी है. प्रदेश में रोजाना सैकड़ों की संख्या में मरीज सामने आ रहे हैं. ऐसे में एक बड़ा प्रश्न उठने लगा है कि क्या सरकार सभी मरीजों के लिए बेड उपलब्ध करवा पाएगी. वहीं टेस्टिंग सेंटर्स पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है. इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने प्रदेश में बिना लक्षण और हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए 25,000 बेडों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. वर्तमान में प्रदेश में 157 कोविड-19 केयर सेंटर हैं, जिनमें 18 हजार 598 बिस्तर की व्यवस्था है.