जांजगीर नैला : नगरपालिका में नाली निर्माण में भारी गड़बड़ी का मामला सामने आया है. ठेकेदार ने वार्ड नंबर 14 में नाली निर्माण और उसे ढकने के लिए जो स्लैब बनाएं उसमे लोहे की छड़ डालने के बजाये बांस का टुकड़ा डाल कर ढलाई कर दी गई. मामले का खुलासा तब हुआ जब एक कुत्ता स्लैब के ऊपर चलते वक्त नाली में गिर गया.इसके बाद लोगों ने टूटी हुई स्लैब का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया.इस मामले में नगरपालिका ने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई शुरु कर दी है.
लाखों के स्लैब को बांस का सहारा : नगरपालिका में नाली निर्माण कार्य किस तरह हो रहा है.इसकी पोल खुल गई है. ठेकेदार ने स्लैब में घटिया किस्म का मटेरियल और बांस का इस्तेमाल करके लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया है. वार्ड क्रमांक 14 में वासु कन्स्ट्रक्शन ने 5 लाख 79 हजार रूपये की लागत से नाली निर्माण शुरू किया था. लेकिन इस स्लैब में जब जानवर चला तो ढलाई के साथ वो भी नाली में गिर गया.जिसके बाद गड़बड़ी का खुलासा हुआ. इस मामले की शिकायत नगर पालिका सीएमओ से की गई है.
ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई : नगरपालिका सीएमओ चन्दन शर्मा ने बताया कि '' नाली निर्माण में हुए गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर नगर पालिका ने ठेकेदार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया.प्रेजिडेंट इन कॉउन्सिल की बैठक में ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की गई. वासु कन्स्ट्रक्शन को नगर पालिका में मिले सभी कार्य को निरस्त कर दिया गया.'' वहीं नगर पालिका के अध्यक्ष भगवान दास ने बताया कि '' ठेकेदार को गुणवत्ताहीन नाली स्लैब निर्माण को तोड़ कर फिर से गुणवत्ता युक्त बनाने और ठेकेदार से 15 प्रतिशत की राशि कटौती करने का निर्णय लिया गया है.साथ ही साथ अगले दो साल तक ठेकेदार को कोई नया काम नहीं दिया जाएगा ''
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लापरवाही का जिम्मेदार कौन :जांजगीर नैला नगर पालिका के निर्माण कार्य का खुलासा होने के बाद नगर पालिका के अधिकारी और जिम्मेदार इंजीनियर की गैर जिम्मेदाराना रवैया आपस की सांठगांठ का इशारा कर रहा है. नगर पालिका के जिम्मेदार लोग इस मामले में ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई कर मामले की इतिश्री करने की तैयारी में है.लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और नगर पालिका के जनप्रतिनिधि सम्बंधित काम के देखरेख में लगे इंजीनियर के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं ये एक बड़ा सवाल है.