जांजगीर: बाराद्वार से नगरदा के बीच बने सड़क में गुणवत्ता विहीन निर्माण और रेती गिट्टी परिवहन में रॉयल्टी की चोरी की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया था. प्रार्थी सुशील अग्रवाल की रिपोर्ट पर थाना अकलतरा में आरोपी ध्रुव अग्रवाल और सुभाष अग्रवाल के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पतासाजी की जा रही थी.
इस प्रकरण के निराकरण के लिए उप निरीक्षक कामिल हक, प्रधान आरक्षक मनोज तिग्गा, आरक्षक लक्ष्मीकांत कश्यप की एक विशेष टीम गठित की गयी. जांच के दौरान पता चला कि आरोपी ध्रुव अग्रवाल राजस्थान में छिपा हुआ है. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम राजस्थान रवाना हुई. आरोपी द्वारा पुलिस टीम को बार-बार जगह बदलकर चकमा दिया जा रहा था.
जिसके बाद आरोपी द्वारा द्वारिका (गुजरात) में ठिकाना बनाया गया. द्वारिका धार्मिक नगरी पर्यटन स्थल होने की वजह से पुलिस टीम को आरोपी को ढूंढने की बड़ी चुनौती हुई. विशेष टीम ने अधिकारियों के मार्गदर्शन के आधार पर लगभग 150 से अधिक होटल, लॉज, धर्मशाला की जांच करने के बाद मुखबिर की सूचना पर एक होटल में तस्दीक की. जहां जांच में आरोपी ध्रुव अग्रवाल का होना पता चला.
आरोपी के खिलाफ गुणवत्ताविहीन निर्माण और रेती गिट्टी परिवहन में रॉयल्टी की चोरी के मामले के तहत गिरफ्तार किया गया. आरोपी को गिरफ्तारी के बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारिका (गुजरात) के न्यायालय में पेश कर ट्रांजिट रिमांड प्राप्त किया गया. आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर लाया जा रहा है, जिसे न्यायिक मजिस्ट्रेट अकलतरा के न्यायालय में पेश किया जाएगा. आरोपी ध्रुव अग्रवाल विशेष टीम के साथ लगातार लुका-छिपी का खेल, खेल रहा था. जिसे अकलतरा से लगभग 1 हजार 721 किलोमीटर की दूरी जाकर द्वारिका में पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली है.