जांजगीर चांपा: जांजगीर चांपा के बाराद्वार थाना अंतर्गत ग्राम बस्ती बाराद्वार में शव के दाह संस्कार के समय दो पक्षों में विवाद हो गया. जिसके बाद एक पक्ष ने श्मशान में जलती चिता को बुझा दी, तो दूसरे पक्ष ने एफआईआर और गिरफ्तारी की मांग करते हुए चक्काजाम कर दिया. आखिरकार पुलिस ने सरपंच सहित 8 लोगों की गिरफ्तारी के बाद मामला शांत कराकर शव का दाह संस्कार (Arrested for pulling dead body from burning pyre in Janjgir Champa) कराया.
ये है पूरा मामला: दरअसल, बस्ती बाराद्वार में रहने वाले युवक प्रदीप पाटले की मौत के बाद परिजन उसका दाह संस्कार करने शमशान घाट पहुंचे. लेकिन तेज बारिश के कारण उन्होंने पास के दूसरे श्मशान में शेड के नीचे चिता जलाने की तैयारी की. चिता में आग भी लगाई जा चुकी थी. लेकिन तभी सरपंच और कुछ अन्य लोग पहुंच गए और चिता की आग बुझाते हुए दाह संस्कार रुकवा दिया.
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पुलिस ने कराया अंतिम संस्कार: मृतक के परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी और सरपंच समेत इसके साथियों के खिलाफ बाराद्वार थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. लेकिन कोई कार्रवाई न होते देख आक्रोशित लोगों ने सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने बाराद्वार-जैजैपुर मार्ग पर चक्का जाम कर दिया. थाना प्रभारी को हटाने और सरपंच की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की गई. पुलिस की टीम ने सरपंच जगदीश उरांव समेत अन्य आरोपियों की गिरफ्तार कर आंदोलन समाप्त कराया, इसके बाद शव का दाह संस्कार कराया गया.