बलौदाबाजार: नौकरी की तलाश में बलौदा बाजार की एक महिला ने ठगी का शिकार हो गई. जब एक आरोपी ने उसे पटवारी की नौकरी दिलाने का झांसा दिया और इसके बदले में उससे लाखों रुपए ठग लिए. जब महिला का चयन नहीं हुआ, तो आरोपी ने उसे फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया.
यह मामला बलौदाबाजार जिले के सुहेला क्षेत्र की रहने वाली 34 वर्षीय पूर्णिमा ध्रुव का है. पूर्णिमा ने अपने सुनहरे भविष्य की उम्मीद में एक व्यक्ति पर विश्वास किया था. आरोपी ने उसे पटवारी की नौकरी दिलाने का वादा किया. आरोपी दुर्ग जिले के छावनी थाना क्षेत्र के भिलाई प्रगति नगर कैंप 1 का रहने वाला है. आरोपी का नाम संतोष सिंह राजपूत उर्फ दीपक है.
संतोष ने महिला से पटवारी की नौकरी दिलाने के नाम पर कुल 6.30 लाख रुपए की रकम ले ली. पूर्णिमा का चयन जब पटवारी की नौकरी के लिए नहीं हुआ, तो आरोपी संतोष ने उसे एक फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिया. यह नियुक्ति पत्र भारत सरकार के निर्वाचन आयोग का था, जो पूरी तरह से नकली था. जब पूर्णिमा नौकरी ज्वाइन करने के लिए संबंधित कार्यालय पहुंची, तो उसकी स्थिति के बारे में जानकारी ली और सच्चाई का पता चला.
महिला का बयान: पूर्णिमा ध्रुव ने बताया, "नौकरी के लिए मैंने अपनी सारी जमा पूंजी खर्च कर दी थी, लेकिन अब जब सच सामने आया तो यह मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत बड़ा सदमा है.मुझे उम्मीद थी कि मुझे एक स्थिर नौकरी मिलेगी, लेकिन अब मुझे लगा कि मैं जीवन भर के लिए ठग गई हूं.
ठगी की रिपोर्ट सिटी कोतवाली में दर्ज कराई: इसके बाद महिला ने थाना सिटी कोतवाली में जाकर ठगी की शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया. आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 420 (धोखाधड़ी), 294 (गाली-गलौज), 506 (धमकी), 467 (नकली दस्तावेज बनाना), 468 (नकली दस्तावेज का इस्तेमाल करना) और 471 (नकली दस्तावेज के उपयोग) के तहत मामला दर्ज किया गया.
बलौदाबाजार पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार: पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी संतोष सिंह राजपूत उर्फ दीपक को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपी ने अपने अपराध को स्वीकार किया और बताया कि उसने महिला से कई किस्तों में पैसे लिए थे और नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे.