जगदलपुर: धान खरीदी 2021(Chhattisgarh Paddy Procurement 2021) से पहले बस्तर में बिचौलिए सक्रिय हो गए है. अवैध धान खपाने (illegal paddy smuggling) की तैयारी भी शुरू कर दी है. मंगलवार को बस्तर जिले के करपावण्ड पुलिस ने बस्तर से लगे ओडिशा के दो बिचौलियों को धर दबोचा है और इनके पास से एक ट्रैक्टर वाहन में रखें 60 बोरी धान (60 sacks of illegal paddy) जब्त किया है. इन दोनों ही बिचौलिए ओडिशा की तरफ से इस धान को करपावण्ड धान उपार्जन केंद्र में खपाने के लिए ला रहे थे. लेकिन पुलिस द्वारा लगाए गए मोबाइल चेक पोस्ट नाका में जांच के दौरान पुलिस ने दोनों ही आरोपियों को धर दबोचा और उनके पास से 60 बोरी धान जब्त करने की कार्रवाई की है.
60 बोरी अवैध धान जब्त
दरअसल छत्तीसगढ़ में हर साल 1 दिसंबर से शुरू होने वाली धान खरीदी के दौरान बस्तर जिले से लगे ओडिशा राज्य के बिचौलियों के द्वारा ओडिशा के धान को उपार्जन केंद्रों में खपाने की कोशिश की जाती है. इसके लिए उपार्जन केंद्र के मैनेजर से सांठगांठ कर इस अवैध धान को खपाया जाता है. शासन को इससे लाखों रुपए का नुकसान होता है. प्रदेश के मुख्यमंत्री के आदेश मिलने के बाद जिले के एसपी ,कलेक्टर और प्रशासन की टीम इस अवैध धान को उपार्जन केंद्रों में खपाने से रोकने के लिए जिले के सभी धान खरीदी केंद्रों में पुलिस बल के जवानों को तैनात करने के साथ ही सीमावर्ती इलाकों में पुलिस नाका लगाया गया है. धान खरीदी शुरू होने के एक दिन पहले ही 60 बोरी धान खपाने की पूरी तैयारी बिचौलियों के द्वारा की जा रही थी. लेकिन पुलिस ने सही समय पर दोनों आरोपी को धर दबोचा
छत्तीसगढ़ में ओडिशा से ज्यादा धान का समर्थन मूल्य
एसडीओपी हेमसागर सिदार (SDOP Hemsagar Sidar) ने बताया कि दोनों बिचौलिए ओडिशा के नवरंगपुर के रहने वाले हैं और ट्रैक्टर वाहन में लगभग 60 बोरी धान ओडिशा (60 sacks of illegal paddy) और छत्तीसगढ़ सीमावर्ती के रास्ते करपावंड के उपार्जन केंद्र में खपाने की फिराक में थे. लेकिन जांच के दौरान इन्हें पुलिस ने धर दबोचा और धान के साथ-साथ वाहन को भी जब्त करने की कार्रवाई भी की है. गौरतलब है कि उड़ीसा राज्य की तुलना में छत्तीसगढ़ में धान का समर्थन मूल्य अधिक है. जिस वजह से उपार्जन केंद्रों के मैनेजर उड़ीसा के बिचौलियों के साथ सांठगांठ कर बड़ी मात्रा में धान को खपाने की फिराक में रहते हैं.