जगदलपुर: शहर से लगे कुम्हरावंड ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने तहसीलदार सुंदरलाल धृतलहरे पर कांग्रेस की प्रत्याशी को निर्विरोध जीत दिलाने के लिए गलत प्रक्रिया अपनाने का आरोप लगाया था. ETV भारत ने इस खबर को प्रमुख्ता से दिखाया था, जिसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने तहसीलदार सुंदरलाल धृतलहरे को निलंबित कर दिया है. साथ ही सरपंच चुनाव से बाहर किए गए अभ्यार्थी पूरन भारद्वाज और उदय नाग को चुनाव लड़ने की इजाजत दे दी गई है.
ग्रामीणों का आरोप था कि 'तहलीलदार ने कांग्रेस के नेता टीवी रवि के रिश्तेदार को निर्विरोध जीत दिलाने के लिए जानबूझकर संरपच प्रत्याशी और पंच प्रत्याशियों के नामांकन में त्रुटि बताते हुए उनके फॉर्म को निरस्त कर दिया है'. इसे लेकर ग्रामीणों ने बस्तर कलेक्टर से शिकायत भी की थी. तहसीलदार की इस कारस्तानी के खिलाफ ईटीवी भारत ने प्रमुखता से खबर चलाई थी जिसके बाद तहसीलदार को जांच में दोषी पाते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने निलंबित कर दिया है और बस्तर कमिश्नर ने विभागीय जांच के आदेश दिए हैं.
नामांकन निरस्त
मामले की शिकायत मिलने के बाद इसकी जांच की जा रही थी. जांच के दौरान पाया गया कि संरपच पद के प्रत्याशी पूरनचंद भारद्वाज और पंच पद के प्रत्याशी उदय नाग की सारे दस्तावेज सही है. बावजूद इसके तहसीलदार ने नामांकन में त्रुटि होने की बात कहते हुए उनके नामांकन निरस्त करने के साथ ही कांग्रेस की प्रत्याशी दशमी बाई बेलसरिया को निर्विरोध विजय घोषित कर दिया है.