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'स्काई वॉक को तोड़ना पैसों की बर्बादी, कोई और विकल्प तलाशे सरकार'

अजीत जोगी ने कहा कि जिस दिन स्काई वॉक ओवर ब्रिज बनने मंजूरी मिली थी उसी दिन उन्होंने और उनकी पत्नी रेणु जोगी ने बयान दिया था कि इसे नहीं बनाना चाहिए. क्योंकि इस ब्रिज का कोई मतलब नहीं है.

अजीत जोगी
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Published : Jun 10, 2019, 4:36 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST

जगदलपुर: राजधानी में स्काई वॉक का मुद्दा गरम है. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के सुप्रीमो अजीत जोगी ने स्काई वॉक ओवर ब्रिज को तोड़े जाने का विरोध करते हुए कहा कि इसके लिए कोई और विकल्प तलाशना चाहिए.

'स्काई वॉक को तोड़ना पैसों की बर्बादी, कोई और विकल्प तलाशे सरकार'

अजीत जोगी ने कहा कि जिस दिन स्काई वॉक ओवर ब्रिज बनने मंजूरी मिली थी उसी दिन उन्होंने और उनकी पत्नी रेणु जोगी ने बयान दिया था कि इसे नहीं बनाना चाहिए. क्योंकि इस ब्रिज का कोई मतलब नहीं है.

जोगी ने कहा कि तत्कालीन भाजपा सरकार लोगों को पैदल चलने के लिए 100 करोड़ रुपए फिजूल खर्च कर रही है और वह ऐसा स्काई वॉक ओवर ब्रिज है, जहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होगा और वहां से गुजरने वाली महिलाएं सुरक्षा के अभाव में असुरक्षित होंगी और छेड़खानी जैसी घटनाएं हो सकती हैं.

जोगी ने कहा कि यह ब्रिज पूरी तरह से अनावश्यक है. बावजूद इसके भाजपा सरकार ने इसका निर्माण कराकर अभी तक करोड़ों रुपए की फिजूलखर्ची कर दी. इस ब्रिज पर अब इतना खर्च कर दिया गया है तो वर्तमान सरकार को इस ओवरब्रिज को न तोड़ कर कोई दूसरा रास्ता निकाले.

जगदलपुर: राजधानी में स्काई वॉक का मुद्दा गरम है. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के सुप्रीमो अजीत जोगी ने स्काई वॉक ओवर ब्रिज को तोड़े जाने का विरोध करते हुए कहा कि इसके लिए कोई और विकल्प तलाशना चाहिए.

'स्काई वॉक को तोड़ना पैसों की बर्बादी, कोई और विकल्प तलाशे सरकार'

अजीत जोगी ने कहा कि जिस दिन स्काई वॉक ओवर ब्रिज बनने मंजूरी मिली थी उसी दिन उन्होंने और उनकी पत्नी रेणु जोगी ने बयान दिया था कि इसे नहीं बनाना चाहिए. क्योंकि इस ब्रिज का कोई मतलब नहीं है.

जोगी ने कहा कि तत्कालीन भाजपा सरकार लोगों को पैदल चलने के लिए 100 करोड़ रुपए फिजूल खर्च कर रही है और वह ऐसा स्काई वॉक ओवर ब्रिज है, जहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होगा और वहां से गुजरने वाली महिलाएं सुरक्षा के अभाव में असुरक्षित होंगी और छेड़खानी जैसी घटनाएं हो सकती हैं.

जोगी ने कहा कि यह ब्रिज पूरी तरह से अनावश्यक है. बावजूद इसके भाजपा सरकार ने इसका निर्माण कराकर अभी तक करोड़ों रुपए की फिजूलखर्ची कर दी. इस ब्रिज पर अब इतना खर्च कर दिया गया है तो वर्तमान सरकार को इस ओवरब्रिज को न तोड़ कर कोई दूसरा रास्ता निकाले.

Intro:जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री व छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के सुप्रीमो अजीत जोगी पिछले 3 दिनों से बस्तर प्रवास पर हैं। किरंदुल में एनएमडीसी के 13 नंबर डिपॉजिट के खदान को अडाणी को बेचे जाने का विरोध कर रहे आदिवासियों के धरना प्रदर्शन में शामिल होने के बाद अजीत जोगी आज जगदलपुर पहुंचे। पत्रकारों से चर्चा के दौरान अजीत जोगी ने रायपुर में बने स्काई वॉक ओवर ब्रिज को तोड़े जाने का विरोध करते हुए वर्तमान सरकार से इसके लिए कोई और विकल्प तलाशने की बात कही । अजीत जोगी ने कहा कि जिस दिन स्काईवॉक ओवर ब्रिज बनने मंजूरी मिली थी उसी दिन वे और उनकी पत्नी ने बयान दिया था कि इसे नहीं बनाना चाहिए । क्योंकि इस ब्रिज का कोई मतलब नहीं है। तत्कालीन भाजपा सरकार लोगों को पैदल चलने के लिए 100 करोड़ रुपए फिजूल खर्च कर रही है और वह ऐसा स्काईवॉक ओवरब्रिज है जहां स्काईवॉक के बनने से असामाजिक तत्वों का जमावड़ा होगा और वहां से गुजरने वाली महिलाएं सुरक्षा के अभाव में असुरक्षित होती और वहां पर महिलाओं से छेड़खानी जैसी वारदात होती। जोगी ने कहा कि यह ब्रिज पूरी तरह से अनावश्यक है। बावजूद इसके भाजपा सरकार ने इसका निर्माण कराकर अभी तक 50 करोड़ रुपए की फिजूलखर्ची कर दी। और इस ब्रिज पर अब इतना खर्च कर दिया गया है तो वर्तमान सरकार को इस ओवरब्रिज को ना तोड़ कर कोई दूसरा रास्ता निकालना चाहिए।



Body:बाईट1-अजीत जोगी, पूर्व सीएम


Conclusion:
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST
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