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पानी ही पानीः घर-बार तबाह, खेत की फसलों का मिट रहा वजूद

दो दिनों से लगातार हो रही बारिश ने जगदलपुर के गंगामुड़ा इलाके में सैलाब ला दिया है. प्रशासन ने बिना सूचना के ही गंगामुंडा तालाब का पानी बस्ती की ओर छोड़ दिया, जिसकी वजह से इसके किनारे बसे करीब 200 घरों में पानी घुस गया.

200 घरों में पानी घुसा
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Published : Aug 9, 2019, 12:04 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST

बस्तर: आसमान से बरसी जल की बूंदे जमीन पर सैलाब ले आईं. जिंदगी लहरों के रहमों करम की मोहताज हो गई. घर-बार तबाह हो गए. खेत पर लहलहाती फसलों का वजूद मिट गया. तिनका-तिनका जोड़कर जो आशियाना बनाया था वह भी जमीदोंज हो गया.

बारिश ने जगदलपुर के गंगामुड़ा इलाके में सैलाब ला दिया

जगदलपुर, सुकमा, बस्तर, कांकेर और कवर्धा में बारिश ने कोहराम मचा रखा है. हर ओर बस-पानी की पानी नजर आ रहा है. कहीं इंसान तो कहीं वाहन जल के कहर के बीच रास्ते में फंसे हैं.

पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश ने जगदलपुर के गंगामुड़ा इलाके में सैलाब ला दिया है. प्रशासन ने बिना सूचना के ही गंगामुंडा तालाब का पानी बस्ती की ओर छोड़ दिया, जिसकी वजह से इसके किनारे बसे करीब 200 घरों में पानी घुस गया. मकानों में पानी भरने से वहां रह रहे लोग जैसे-तैसे अपनी जान बचाकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे..

वहीं मुंगेली में स्कूल जाने के लिए नदी पार कर रहा मासूम छात्र पानी की तेज धार में बह गया वो तो गनीमत रही कि पास में मौजूद युवक ने पानी में गोता लगातर उसकी जान बचा ली.

बस्तर: आसमान से बरसी जल की बूंदे जमीन पर सैलाब ले आईं. जिंदगी लहरों के रहमों करम की मोहताज हो गई. घर-बार तबाह हो गए. खेत पर लहलहाती फसलों का वजूद मिट गया. तिनका-तिनका जोड़कर जो आशियाना बनाया था वह भी जमीदोंज हो गया.

बारिश ने जगदलपुर के गंगामुड़ा इलाके में सैलाब ला दिया

जगदलपुर, सुकमा, बस्तर, कांकेर और कवर्धा में बारिश ने कोहराम मचा रखा है. हर ओर बस-पानी की पानी नजर आ रहा है. कहीं इंसान तो कहीं वाहन जल के कहर के बीच रास्ते में फंसे हैं.

पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश ने जगदलपुर के गंगामुड़ा इलाके में सैलाब ला दिया है. प्रशासन ने बिना सूचना के ही गंगामुंडा तालाब का पानी बस्ती की ओर छोड़ दिया, जिसकी वजह से इसके किनारे बसे करीब 200 घरों में पानी घुस गया. मकानों में पानी भरने से वहां रह रहे लोग जैसे-तैसे अपनी जान बचाकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे..

वहीं मुंगेली में स्कूल जाने के लिए नदी पार कर रहा मासूम छात्र पानी की तेज धार में बह गया वो तो गनीमत रही कि पास में मौजूद युवक ने पानी में गोता लगातर उसकी जान बचा ली.

Intro:जगदलपुर। बस्तर में 2 दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश लोगों के लिए आफत की बारिश साबित हो रही है। खासकर जगदलपुर शहर के गंगामुंडा इलाके में स्थिति काफी भयंकर है । यहां निगम प्रशासन द्वारा बिना सूचना दिए गंगामुंडा तालाब का पानी वार्ड में छोड़ दिए जाने से 200 से अधिक घरे प्रभावित हो गई है।घरों के अंदर घुटनों तक पानी भर चुका है। आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है आलम यह है कि इस वार्ड के सड़के नाले में तब्दील हो चुके हैं । लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।



Body:शहर के गंगामुंडा के निवासियों का कहना है कि इस वार्ड में 40 साल के बाद यह स्थिति उत्पन्न हुई है जब बारिश की वजह से लबालब भरे गंगामुंडा तालाब का पानी लोगों के घरों तक घुस गया है । वार्ड वासियों ने बताया कि गंगामुंडा तालाब के निकासी के लिए वार्ड से ही नाला दिया गया है। और वार्ड वासियों को बिना सूचना दिए ही तालाब का पानी छोड़ दिया गया । जिससे इससे पहले की वार्डवासी सम्हल पाते तड़के सुबह तक उनके घरों तक पानी घुस गया और स्थिति इतनी गंभीर बन गई की कई मकान ढहने की स्थिति में पहुंच गए।


Conclusion:निगम प्रशासन की लापरवाही से गुस्साए वार्ड वासियों ने बताया कि गंगामुंडा तालाब के लिए निगम ने एक ही निकासी बनाया है। जो कि वार्ड से होते हुए गुजरता है कई बार प्रशासन को यह भी बताया गया कि संबंधित ठेकेदार द्वारा जो निकासी के लिए नाला बनाया गया है वह निम्न स्तर का है जिसकी ऊंचाई काफी कम है। इसके साथ ही जो वार्ड में नालियों और पूल पुलियों का निर्माण किया गया है । वह बेहद ही संकरी बना दी गई है जिसके वजह से ओवरफ्लो की स्थिति उत्पन्न हो रही है । आलम यह है कि सुबह से प्रशासन या निगम प्रशासन से कोई भी अधिकारी वार्ड वासियों की सुध लेने नहीं पहुंचा है। भूखे प्यासे बच्चों के साथ परिवार घरों से बाहर निकल कर मदद के लिए गुहार लगाने को मजबूर हैं। प्रशासन ने ना तो कोई प्रभावितों के लिए राहत शिविर बनाई है और ना ही इनके खाने पीने की कोई व्यवस्था की है। गौरतलब है कि मौसम विभाग द्वारा बस्तर में भारी बारिश होने की अलर्ट की जानकारी दे दिए जाने के बावजूद प्रशासन इसके लिए सचेत नहीं था और सबसे बड़ी लापरवाही गंगामुंडा में तालाब लबालब भरने के बावजूद वार्ड वासियों को इसके निकासी की सूचना नहीं दी गई । साथ ही 2 निकासियो में एक निकासी को बंद कर दिया गया जिससे वार्ड के 200 से अधिक घरों में घुटनों तक पानी भर चुका है । और प्रशासन इनकी मदद करने की बजाय हाथ पर हाथ धरा बैठा हुआ है।

बाईट- वार्डवासियों

WT - ASHOK NAIDU
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST
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