बस्तर: प्रदेश में 1 दिसंबर से हो रही धान खरीदी (Paddy purchased from 1st December) को ध्यान में रखते हुए बस्तर संभाग में भी प्रशासन के साथ पुलिस ने तैयारियां शुरू कर दी है. पड़ोसी राज्यों से अवैध धान की खेप को रोकने के लिए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है. बस्तर के सभी सीमावर्ती क्षेत्रों में चेकपोस्ट (Checkposts in all border areas of Bastar) लगाकर पुलिस जवानों को तैनात ( Police Personnel Deployed) किया जा रहा है. इन जवानों के द्वारा संभाग के सभी धान खरीदी केंद्रों में 24 घंटे निगरानी रखी जाएगी, ताकि किसी भी तरह दूसरे राज्यों से लाया हुआ धान खरीदी केंद्रों में खपाया ना जा सके.
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सीमावर्ती इलाकों में सख्त व्यवस्था
दरअसल, हर साल बस्तर संभाग के सीमावर्ती राज्यों से धान बिचौलियों (paddy middlemen) द्वारा बड़ी मात्रा में धान खपाने की शिकायत मिलती रहती है. जिसे देखते हुए इस बार मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव से निर्देश पर बस्तर के सभी 296 धान खरीदी केंद्रों में पहले से भी बेहतर सुरक्षा व्यवस्था करने की तैयारी प्रशासन कर रही है.
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने दी जानकारी
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी (IG Sundarraj P) ने बताया कि इस साल भी संभाग के सभी धान खरीदी केंद्रों में सुरक्षा बल की तैनाती की जा रही है. यह सुरक्षा बल 24 घंटे धान खरीदी केंद्रों में निगरानी रखेगी. खासकर बीजापुर, सुकमा कांकेर और बस्तर जिले में खास नजर रखी जाएगी, क्योंकि ये सभी जिले सीमावर्ती राज्यों से लगे हुए हैं. धान का समर्थन मूल्य छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक होने की वजह से दूसरे राज्यों के बिचौलियों के द्वारा छत्तीसगढ़ में धान खरीदी शुरू होने पर वहां का धान खपाने की कोशिश की जाती है. इससे बस्तर के किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है.
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वहीं बस्तर के कलेक्टर रजत बंसल (Collector Rajat Bansal) ने बताया कि प्रतिवर्ष धान खरीदी के समय पड़ोसी राज्यों से धान की खेप बस्तर पहुंचती है और जिला प्रशासन इन पर कार्रवाई भी करते आई है. बीते साल खाद्य विभाग के कर्मचारियों के साथ पुलिस भी सीमावर्ती इलाकों में 24 घंटे तैनात थी. जिसकी वजह से कई जगहों पर बिचौलियो को अवैध धान खपाते पकड़ा भी गया और उनके वाहनों को जब्त कर कार्रवाई भी की गई. जिला प्रशासन पूरी निगरानी रख रही है.