जगदलपुर: बस्तर विश्वविद्यालय का दूसरा दीक्षांत समारोह गुरुवार को आयोजित किया गया. राज्यपाल अनुसुइया उइके ने इस समारोह में शिरकत की. विश्वविद्यालय के परिसर में आयोजित इस समारोह में उद्योग मंत्री कवासी लखमा, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल और स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम के साथ बस्तर और कांकेर के सांसद भी मौजूद रहे. तकरीबन 6 साल बाद हुए दीक्षांत समारोह मे मुख्य अतिथि से लेकर सभी छात्र छात्राएं भारतीय वेशभूषा में थे. वहीं इस समारोह में राज्यपाल ने 200 से ज्यादा मेधावी छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया.
राज्यपाल अनुसुइया उइके ने मंच से विभिन्न संकायों में सफल होने वाले छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 'वे भविष्य में अच्छा मुकाम हासिल कर ऐसी ही प्रवीणता का परिचय दें और अपने परिवार, समाज और देश का नाम रोशन करें. वहीं विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से तैयार की गई गोल्ड मेडलिस्ट की लिस्ट में हुई गलती पर राज्यपाल ने कहा कि दोबारा ऐसी गलती नहीं होनी चाहिए.
राज्यपाल ने की बस्तर की तारीफ
राज्यपाल ने बस्तर की तारीफ करते हुए कहा कि 'बस्तर वनोपज, कला और खनिज संसाधन से संपन्न है. उसके जरिए यहां के लोगों को रोजगार मिल सकता है. ऐसे मे विश्वविद्यालय को ज्यादा से ज्यादा रोजगार पर पाठयक्रम संचालित किए जाने चाहिए'. दीक्षांत समारोह मे साल 2013 से लेकर साल 2019 तक जिन छात्र-छात्राओं ने विभिन्न विषयों में अव्वल नंबर प्राप्त किया हैं, उन्हें गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया. दीक्षांत समारोह मे शामिल होने के बाद राज्यपाल ने जिला अस्पताल का निरीक्षण कर निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में भी शामिल हुईं.