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हर चुनाव में बस वादे पर वादे करते गए साहब, लेकिन आज तक एक नाली नहीं बना सके - boycott urban election

रमैया वार्ड के वार्डवासियों ने नगरीय चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया है. साथ ही विधायक रेखचंद जैन को उनका वादा भी याद दिलाया.

वार्डवासियों ने नगरीय चुनाव का बहिष्कार किया
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Published : Nov 18, 2019, 11:44 AM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST

जगदलपुर: चुनाव आते ही तमाम नेता वोट मांगने के लिए हाथ जोड़कर जनता के दरबार में पहुंच जाते हैं. जहां वे लम्बे-चौड़े वादे भी कर आते हैं और भोली-भाली जनता उनकी बातों में भी आ जाती है, लेकिन चुनाव नतीजे आते ही ये नेता बरसाती मेंढक की तरह फिर से लापता हो जाते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ जगदलपुर के रमैया वार्ड के लोगों के साथ जो अब अपनी गलती को सुधारने और नेताओं को सबक सिखाने के लिए नगरीय निकाय चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है.

पूरा मामला शहर के रमैया वार्ड का है, जो जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं. यहां बरसात के दिनों में स्थिति ऐसी हो जाती है कि यहां के लोगों को अपने घरों के चौखट से सटाकर छोटी-छोटी दीवार बनानी पड़ती है, जिससे बारिश का पानी घर में न घुस सके. महापौर से लेकर विधायक तक ने चुनाव के वक्त वादा किया था कि शपथ लेते ही सबसे पहला काम उनके वार्ड की समस्या का समाधान करेंगे. वक्त बीत गया, लेकिन समस्याएं आज भी जस की तस हैं.

वादाखिलाफी से परेशान वार्डवासी
नेताओं के वादे और वादाखिलाफी से परेशान वार्डवासियों ने कई बार चक्का जाम किया, लेकिन प्रशासन और महापौर ने उन्हें समझाकर मामले शांत करा दिया. बार-बार लोगों के विरोध और प्रदर्शन को दबा दिया गया. हर बार आश्वासन दिया गया कि बरसात खत्म होते ही उनके क्षेत्र में नाली का निर्माण करा दिया जाएगा, लेकिन समस्या का स्थाई समाधान आज तक नहीं निकला.

निकाय चुनाव के बहिष्कार का फैसला
वार्डवासियों ने जगदलपुर के विधायक रेखचंद जैन को उनका वादा याद दिलाने के लिए ज्ञापन लेकर उनके कार्यालय भी पहुंचे, लेकिन मुलाकात न हो पाई. हर जगह से निराशा मिलने के बाद अब वार्डवासियों ने निकाय चुनाव के बहिष्कार का फैसला लिया है. इधर जिम्मेदार जनप्रतिनिधि भी इन वार्डवासियों की समस्या को लेकर मीडिया के सामने कुछ भी कहने से बच रहे हैं.

जगदलपुर: चुनाव आते ही तमाम नेता वोट मांगने के लिए हाथ जोड़कर जनता के दरबार में पहुंच जाते हैं. जहां वे लम्बे-चौड़े वादे भी कर आते हैं और भोली-भाली जनता उनकी बातों में भी आ जाती है, लेकिन चुनाव नतीजे आते ही ये नेता बरसाती मेंढक की तरह फिर से लापता हो जाते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ जगदलपुर के रमैया वार्ड के लोगों के साथ जो अब अपनी गलती को सुधारने और नेताओं को सबक सिखाने के लिए नगरीय निकाय चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है.

पूरा मामला शहर के रमैया वार्ड का है, जो जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं. यहां बरसात के दिनों में स्थिति ऐसी हो जाती है कि यहां के लोगों को अपने घरों के चौखट से सटाकर छोटी-छोटी दीवार बनानी पड़ती है, जिससे बारिश का पानी घर में न घुस सके. महापौर से लेकर विधायक तक ने चुनाव के वक्त वादा किया था कि शपथ लेते ही सबसे पहला काम उनके वार्ड की समस्या का समाधान करेंगे. वक्त बीत गया, लेकिन समस्याएं आज भी जस की तस हैं.

वादाखिलाफी से परेशान वार्डवासी
नेताओं के वादे और वादाखिलाफी से परेशान वार्डवासियों ने कई बार चक्का जाम किया, लेकिन प्रशासन और महापौर ने उन्हें समझाकर मामले शांत करा दिया. बार-बार लोगों के विरोध और प्रदर्शन को दबा दिया गया. हर बार आश्वासन दिया गया कि बरसात खत्म होते ही उनके क्षेत्र में नाली का निर्माण करा दिया जाएगा, लेकिन समस्या का स्थाई समाधान आज तक नहीं निकला.

निकाय चुनाव के बहिष्कार का फैसला
वार्डवासियों ने जगदलपुर के विधायक रेखचंद जैन को उनका वादा याद दिलाने के लिए ज्ञापन लेकर उनके कार्यालय भी पहुंचे, लेकिन मुलाकात न हो पाई. हर जगह से निराशा मिलने के बाद अब वार्डवासियों ने निकाय चुनाव के बहिष्कार का फैसला लिया है. इधर जिम्मेदार जनप्रतिनिधि भी इन वार्डवासियों की समस्या को लेकर मीडिया के सामने कुछ भी कहने से बच रहे हैं.

Intro:जगदलपुर। चुनाव आते हैं तो नेता वोट मांगने हाँथ जोड़े तमाम वादे जनता से कर आते हैं। चुनाव ख़त्म वादे ख़त्म। फिर शुरू होता है केवल इंतजार। यही इंतजार अब जगदलपुर शहर के रमैया वार्ड वासियों को करना पड़ रहा है। पर अब इन वार्ड वासियों के सब्र का बांध भी टूट चूका है और अब इन्होने भी इन नेताओं को सबक सिखाने का मन बना लिया है। अब इन वार्ड वासियों ने मजबूर होकर नगरीय निकाय चुनाव का ही बहिष्कार करने का मन बना लिया है।



Body:पूरा मामला शहर के रमैया वार्ड का है जो जलभराव की गंभीर समस्या से जूझ रहा है , यहाँ बरसात के दिनों में स्थिति ऐसी हो जाती है कि यहाँ के निवासियों को अपने घरों के चौखट में छोटी छोटी दिवार बनानी पड़ती है जिससे बारिश का पानी घर में न घुस सके। महापौर से लेकर विधायक तक ने चुनाव के वक़्त वादा किया की शपथ लेते ही सबसे पहला काम उनके वार्ड की समस्या का समाधान कर करेंगे। पर चुनाव जीतने के बाद अब कोई झाँकने तक नहीं आता। हारकर वार्ड वासियों ने चक्का जाम किया तो प्रशासन व् महापौर ने समझा बुझाकर मामले को शांत कर दिया। यहाँ के निवासियों को यह आश्वासन दिया गया था कि बरसात के ख़त्म होते ही उंनके क्षेत्र में नाली का निर्माण कर दिया जायेगा जिससे उनकी समस्या का स्थाई समाधान किया जा सके , पर अब तक इन मामले किसी तरह की पहल नहीं की गई है। Conclusion:हार कर वार्ड वासियों ने जगदलपुर के विधायक रेखचंद जैन को उनका वादा याद दिलाने के लिए ज्ञापन लेकर उनके कार्यालय पहुंचे , पर मुलाकात न हो पाने की वजह से निराश होकर सभी ने हांथो में वादा निभाओ नाली बनाओ की तख्ती लेकर शांति पूर्वक प्रदर्शन किया। इस दौरान वार्डवासियों ने कहा कि जिस तरह से महापौर व् विधायक अपनी बातों से मुकर रहे हैं तो उन्हें सबक सीखाने के लिए पुरे वार्ड वालों ने आने वाले नगरीय निकाय के चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया है। इधर जिम्मेदार जनप्रतिनिधी भी इन वार्डवासियों की समस्या को लेकर मीडिया के सामने कुछ भी कहने से बच रहे है।

बाइट1- प्रेम कुमार यादव, निवासी रमैया वार्ड

बाइट 2- उमेश यादव, निवासी रमैया वार्ड
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST
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