जगदलपुर: शहर के एक निजी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ शुक्रवार को छात्रों के अभिभावकों ने मोर्चा खोल दिया. साथ ही उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर मनमानी करने का आरोप लगाया है.
जानकारी के मुताबिक निर्मल विद्यालय के छात्रों के अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन की ओर से शुरू की गई ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर चिंता जाहिर की है. अभिभावकों का कहना है कि पर्याप्त सुविधा नहीं होने की वजह से बहुत से छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उनका कहना है कि, बीते महीनों में लॉकडाउन की वजह से छत्तीसगढ़ सरकार ने स्कूल प्रबंधनों को छात्रों की फीस माफ करने का आदेश जारी किया था, लेकिन निर्मल विद्यालय के प्रबंधन सरकार के आदेश को दरकिनार करते हुए उन पर फीस जमा करने के लिए दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है.
अभिभावकों में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी
अभिभावकों ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से कई परिवार आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं. ऐसे समय में प्रबंधन की ओर से किया जा रहा व्यवहार सही नहीं है. छात्रों के परिजनों ने बताया कि फीस जमा नहीं करने पर छात्रों के सर्टिफिकेट नहीं दिए जाने की भी बात स्कूल प्रबंधन ने की है. बता दें कि पालकों ने इससे पहले भी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोला था. वहीं समस्याओं का निराकरण नहीं होने की वजह से पालकों में नाराजगी है.
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इस मामले में निर्मल विद्यालय के प्राचार्य बीजू एलेक्स का कहना है कि प्रशासन की ओर से दो महीने की फीस माफ करने जैसी कोई बात नहीं आई है. फीस की मांग 2019-20 या उसके पहले की है. छात्रों की किताबें स्कूल से ही खरीदने के लिए कोई भी पालक बाध्य नहीं हैं, लेकिन कोई पालक ऑनलाइन क्लास नहीं चाहता है, तो वह अपने बच्चों के नाम प्रबंधन को भेज सकता है. प्राचार्य ने बताया कि प्रबंधन की ओर से वार्षिक फीस पालकों की सुविधानुसार 10 किश्तों में ली जाती है.