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निजी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ अभिभावकों ने खोला मोर्चा, ऑनलाइन क्लास को बताया दिखावा

जगदलपुर के एक निजी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ छात्रों के अभिभावकों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया. परिजन ने स्कूल प्रबंधन पर मनमानी का आरोप लगाया है.

Parents protest against private school management in Jagdalpur
शहर के निजी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ अभिभावकों ने खोला मोर्चा
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Published : Jul 3, 2020, 4:40 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुर: शहर के एक निजी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ शुक्रवार को छात्रों के अभिभावकों ने मोर्चा खोल दिया. साथ ही उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर मनमानी करने का आरोप लगाया है.

Parents protest against private school management in Jagdalpur
निजी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ छात्रों के पालकों ने किया प्रदर्शन

जानकारी के मुताबिक निर्मल विद्यालय के छात्रों के अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन की ओर से शुरू की गई ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर चिंता जाहिर की है. अभिभावकों का कहना है कि पर्याप्त सुविधा नहीं होने की वजह से बहुत से छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उनका कहना है कि, बीते महीनों में लॉकडाउन की वजह से छत्तीसगढ़ सरकार ने स्कूल प्रबंधनों को छात्रों की फीस माफ करने का आदेश जारी किया था, लेकिन निर्मल विद्यालय के प्रबंधन सरकार के आदेश को दरकिनार करते हुए उन पर फीस जमा करने के लिए दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है.

अभिभावकों में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी

अभिभावकों ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से कई परिवार आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं. ऐसे समय में प्रबंधन की ओर से किया जा रहा व्यवहार सही नहीं है. छात्रों के परिजनों ने बताया कि फीस जमा नहीं करने पर छात्रों के सर्टिफिकेट नहीं दिए जाने की भी बात स्कूल प्रबंधन ने की है. बता दें कि पालकों ने इससे पहले भी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोला था. वहीं समस्याओं का निराकरण नहीं होने की वजह से पालकों में नाराजगी है.

Parents protest against private school management in Jagdalpur
अभिभावकों ने पत्र लिखकर बताई परेशानी

पढ़ें: निजी स्कूलों की फीस वृध्दि से अभिभावक परेशान, क्लासेस बंद करने की मांग

इस मामले में निर्मल विद्यालय के प्राचार्य बीजू एलेक्स का कहना है कि प्रशासन की ओर से दो महीने की फीस माफ करने जैसी कोई बात नहीं आई है. फीस की मांग 2019-20 या उसके पहले की है. छात्रों की किताबें स्कूल से ही खरीदने के लिए कोई भी पालक बाध्य नहीं हैं, लेकिन कोई पालक ऑनलाइन क्लास नहीं चाहता है, तो वह अपने बच्चों के नाम प्रबंधन को भेज सकता है. प्राचार्य ने बताया कि प्रबंधन की ओर से वार्षिक फीस पालकों की सुविधानुसार 10 किश्तों में ली जाती है.

जगदलपुर: शहर के एक निजी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ शुक्रवार को छात्रों के अभिभावकों ने मोर्चा खोल दिया. साथ ही उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर मनमानी करने का आरोप लगाया है.

Parents protest against private school management in Jagdalpur
निजी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ छात्रों के पालकों ने किया प्रदर्शन

जानकारी के मुताबिक निर्मल विद्यालय के छात्रों के अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन की ओर से शुरू की गई ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर चिंता जाहिर की है. अभिभावकों का कहना है कि पर्याप्त सुविधा नहीं होने की वजह से बहुत से छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उनका कहना है कि, बीते महीनों में लॉकडाउन की वजह से छत्तीसगढ़ सरकार ने स्कूल प्रबंधनों को छात्रों की फीस माफ करने का आदेश जारी किया था, लेकिन निर्मल विद्यालय के प्रबंधन सरकार के आदेश को दरकिनार करते हुए उन पर फीस जमा करने के लिए दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है.

अभिभावकों में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी

अभिभावकों ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से कई परिवार आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं. ऐसे समय में प्रबंधन की ओर से किया जा रहा व्यवहार सही नहीं है. छात्रों के परिजनों ने बताया कि फीस जमा नहीं करने पर छात्रों के सर्टिफिकेट नहीं दिए जाने की भी बात स्कूल प्रबंधन ने की है. बता दें कि पालकों ने इससे पहले भी स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोला था. वहीं समस्याओं का निराकरण नहीं होने की वजह से पालकों में नाराजगी है.

Parents protest against private school management in Jagdalpur
अभिभावकों ने पत्र लिखकर बताई परेशानी

पढ़ें: निजी स्कूलों की फीस वृध्दि से अभिभावक परेशान, क्लासेस बंद करने की मांग

इस मामले में निर्मल विद्यालय के प्राचार्य बीजू एलेक्स का कहना है कि प्रशासन की ओर से दो महीने की फीस माफ करने जैसी कोई बात नहीं आई है. फीस की मांग 2019-20 या उसके पहले की है. छात्रों की किताबें स्कूल से ही खरीदने के लिए कोई भी पालक बाध्य नहीं हैं, लेकिन कोई पालक ऑनलाइन क्लास नहीं चाहता है, तो वह अपने बच्चों के नाम प्रबंधन को भेज सकता है. प्राचार्य ने बताया कि प्रबंधन की ओर से वार्षिक फीस पालकों की सुविधानुसार 10 किश्तों में ली जाती है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
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