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रंग लाई ETV भारत की मुहिम, दलपत सागर में हुए अतिक्रमण की जांच के आदेश - दलपत सागर

15 साल बाद ही सही बस्तरवासियों की मांग शुक्रवार को विधानसभा में प्राथमिकता से उठाया गया. जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने दलपत सागर में अतिक्रमण के खिलाफ राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल जांच के निर्देश दिए हैं.

दलपत सागर
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Published : Mar 2, 2019, 12:02 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST

जगदलपुर: अतिक्रमण के खिलाफ आखिरकार बस्तर में रहने वालों के साथ ईटीवी भारत की मुहिम रंग लाने लगी है. 15 साल बाद ही सही बस्तरवासियों की मांग शुक्रवार को विधानसभा में प्राथमिकता से उठाया गया. जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने दलपत सागर में अतिक्रमण के खिलाफ राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल जांच के निर्देश दिए हैं.

दलपत सागर

लंबे समय से अतिक्रमण के खिलाफ जगदलपुर के प्रसिद्ध दलपत सागर में हुए अतिक्रमण की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने शुक्रवार को विधानसभा में इसके लिए छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को निर्देश दिए हैं. दरअसल, बजट सत्र में प्रश्न काल के दौरान विधायक मोहन मरकाम ने दलपत सागर में हुए अतिक्रमण को लेकर सवाल उठाया. मोहन मरकम ने आरोप लगाया कि, दलपत सागर में बीते कुछ वर्षों में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हुआ है. जिसपर विधानसभा अध्यक्ष ने राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को निर्देश देते हुए कहा कि, वे इस पूरे मामले की जांच करें और अगले सत्र में इसकी पूरी रिपोर्ट सदन को दें.

ईवीटी भारत ने उठाया था मुद्दा
आपको बता दें, ईटीवी भारत ने दलपत सागर के बदतर हालत और भू-माफिया द्वारा दलपत सागर के किनारे अतिक्रमण की खबर को प्रमुखता से दिखाते रहा है. दलपत सागर बचाओ मंच के साथ ईटीवी भारत ने भी दलपत सागर के अस्तित्व को बचाने के लिए लंबे समय से आवाज उठाते रहा है. शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जांच के आदेश के बाद बस्तरवासियों ने दलपत सागर का अस्तित्व वापस लौटने की उम्मीद जताई है.

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महज 600 एकड़ में सिमट गया है दलपत सागर
बस्तर के रियासतकालीन धरोहरों में से एक जगदलपुर शहर का दलपत सागर बस्तर का शान कहा जाता है, लेकिन कुछ वर्षों से इसके अस्तित्व का खतरा मंडरा रहा है. शहर के कुछ भू-माफिया यहां लगातार अतिक्रमण कर रहे हैं. जिससे लड़ने के लिए स्थानीय लोगों ने दलपत सागर मंच का गठन कर लगातार आंदोलन कर रहे हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए मंच के सदस्यों ने एनजीटी में भी एक याचिका दायर की थी. जिसके बाद सागर किनारे निर्माण कार्यों पर रोक लगा दिया गया था, लेकिन भू-माफिया नहीं माने और लगातार अतिक्रमण करते रहे. 750 एकड़ में फैला यह दलपत सागर 600 एकड़ में सिमट कर रह गया है.

जगदलपुर: अतिक्रमण के खिलाफ आखिरकार बस्तर में रहने वालों के साथ ईटीवी भारत की मुहिम रंग लाने लगी है. 15 साल बाद ही सही बस्तरवासियों की मांग शुक्रवार को विधानसभा में प्राथमिकता से उठाया गया. जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने दलपत सागर में अतिक्रमण के खिलाफ राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल जांच के निर्देश दिए हैं.

दलपत सागर

लंबे समय से अतिक्रमण के खिलाफ जगदलपुर के प्रसिद्ध दलपत सागर में हुए अतिक्रमण की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने शुक्रवार को विधानसभा में इसके लिए छत्तीसगढ़ के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को निर्देश दिए हैं. दरअसल, बजट सत्र में प्रश्न काल के दौरान विधायक मोहन मरकाम ने दलपत सागर में हुए अतिक्रमण को लेकर सवाल उठाया. मोहन मरकम ने आरोप लगाया कि, दलपत सागर में बीते कुछ वर्षों में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हुआ है. जिसपर विधानसभा अध्यक्ष ने राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को निर्देश देते हुए कहा कि, वे इस पूरे मामले की जांच करें और अगले सत्र में इसकी पूरी रिपोर्ट सदन को दें.

ईवीटी भारत ने उठाया था मुद्दा
आपको बता दें, ईटीवी भारत ने दलपत सागर के बदतर हालत और भू-माफिया द्वारा दलपत सागर के किनारे अतिक्रमण की खबर को प्रमुखता से दिखाते रहा है. दलपत सागर बचाओ मंच के साथ ईटीवी भारत ने भी दलपत सागर के अस्तित्व को बचाने के लिए लंबे समय से आवाज उठाते रहा है. शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जांच के आदेश के बाद बस्तरवासियों ने दलपत सागर का अस्तित्व वापस लौटने की उम्मीद जताई है.

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महज 600 एकड़ में सिमट गया है दलपत सागर
बस्तर के रियासतकालीन धरोहरों में से एक जगदलपुर शहर का दलपत सागर बस्तर का शान कहा जाता है, लेकिन कुछ वर्षों से इसके अस्तित्व का खतरा मंडरा रहा है. शहर के कुछ भू-माफिया यहां लगातार अतिक्रमण कर रहे हैं. जिससे लड़ने के लिए स्थानीय लोगों ने दलपत सागर मंच का गठन कर लगातार आंदोलन कर रहे हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए मंच के सदस्यों ने एनजीटी में भी एक याचिका दायर की थी. जिसके बाद सागर किनारे निर्माण कार्यों पर रोक लगा दिया गया था, लेकिन भू-माफिया नहीं माने और लगातार अतिक्रमण करते रहे. 750 एकड़ में फैला यह दलपत सागर 600 एकड़ में सिमट कर रह गया है.

Intro:जगदलपुर। बस्तर की ऐतिहासिक धरोहर दलपत सागर पर अतिक्रमण को लेकर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा आज जांच के आदेश दिए जाने के बाद से बस्तरवासियों में खुशी का माहौल हैं । दरसअल ईटीवी भारत ने दलपत सागर के बदतर हालत और भूमाफियाओं द्वारा सागर किनारे लगातार अतिक्रमण किये जाने की खबर प्रमुखता से दिखाई थी, दलपत सागर बचाओ मंच के साथ ईटीवी भारत ने भी इस दलपत सागर के अस्तित्व को बचाने के लिए खबरों के माध्यम से बेढ़ा उठाया था । और आखिरकार आज इस मामले पर विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जांच के आदेश देने से बस्तरवासियों ने दलपत सागर का अस्तित्व वापस लौटने की उम्मीद जताई है । और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।


Body:वो1- बस्तर के रियासतकालीन धरोहरों में से एक जगदलपुर शहर का दलपत सागर बस्तर की शान कही जाती है। लेकिन कुछ सालों से लगातार इस पर इसके अस्तित्व का खतरा मंडरा रहा है। शहर के कुछ भू माफियाओ द्वारा लगातार इस सागर के किनारे अतिक्रमण कर बेजा कब्जा किया जा रहा है। यह भू माफिया शहर के नामचीन लोग होने की वजह से प्रशासन द्वारा इस पर कोई कार्यवाही नही किया जा रहा है। लेकिन इस दलपत सागर के अस्तित्व को बचाने स्थानीय लोगो द्वारा गठीत दलपत सागर मंच द्वारा लगातार आंदोलन किया जा रहा था। मामले को गंभीर मानते हुए मंच के सदस्यों ने एनजीटी में भी याचिका दायर की थी जिसके बाद इस सागर के किनारे निर्माण कार्यो को तो रोक दिया गया लेकिन इसकी हालत बद से बदतर हो गयी। और भू माफिया इस पर अतिक्रमण करने से भी नही चुके और बंड का निर्माण कार्य जारी रहा । मंच के लोगो ने कहा कि भाजपा के शासन रहते इस पर कोई ध्यान नही दिया गया। कई बार स्थनीय जनप्रतिनिधियों को भी दलपत सागर के अस्तित्व को बचाने के लिए आवेदन दिया गया। आंदोलन के माध्यम से मांग की गई लेकिन नतीजा सिफर रहा, 750 एकड़ में फैला यह सागर 600 एकड़ में सिमट गया। और धीरे धीरे भू माफियाओ ने इस पर कब्जा जारी रखा, लेकिन जिस तरह से आज बस्तर के विधायक द्वारा विधानसभा में दलपत सागर पर बेजा कब्जा को लेकर सवाल उठाया गया और उस पर अध्यक्ष ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए उससे निश्चित रूप से मंच के सदस्यों के साथ स्थानीय लोगो मे भी खुशी का माहौल है। वही मंच के सदस्यों और स्थानीय लोगो ने दलपत सागर के हालत पर ईटीवी भारत द्वारा प्रमुखता से खबर दिखाए जाने और इस मुहिम में उनका समर्थन करने को लेकर धन्यवाद दिया है।
बाईट1- किरण शुक्ला, मंच सदस्य
बाईट2- संजय सिंह , मंच सदस्य
बाईट3- परमानंद मिश्रा, स्थानीय
बाईट4- रोहित आर्या, आप पार्टी नेता



Conclusion:वो फाइनल - वॉक थ्रू--- अशोक नायडू
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST
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