जगदलपुर: बस्तर में एक अनोखी शादी हुई है. यहां पर दो लड़कियों ने एक लड़के से शादी की है. दोनों ही लड़कियां लड़के को पसंद करती थीं. इस पूरी शादी पर गांववालों ने रजामंदी दी है. दोनों लड़कियों की शादी एक ही मंडप में एक साथ हुई है. पुलिस को इस मामले में अभी तक कोई फरियाद या शिकायत दर्ज नहीं मिली है. सोशल मीडिया में इस शादी का वीडियो वायरल हो रहा है.
चंदू मौर्य नाम के युवक ने एक ही मंडप में हसीना और सुंदरी के साथ शादी रचाई. एक ही मंडप में दूल्हे ने दोनों दुल्हनों के साथ सात फेरे लिए. हैरानी की बात ये है कि पूरा गांव इस शादी का गवाह बना. शादी 3 जनवरी को हुई है. दूल्हे का दोनों के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था. जगदलपुर शहर से लगे टिकरा लोहंगा गांव का ये मामला है.
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पहला मामला आया सामने
हसीना की उम्र 19 साल और सुंदरी की उम्र 21 साल है. दोनों बारहवीं पास हैं. बस्तर जिले में यह इस तरह का पहला मामला है, जब पूरे गांववालों के रजामंदी और मौजूदगी में बकायदा गाजे बाजे और आदिवासी रीति रिवाज के साथ यह विवाह संपन्न कराया गया.
हिन्दू मैरिज एक्ट में ऐसी शादी कानूनन अपराध है. पुलिस अभी इस मामले में चुप है.
क्या कहता है हिंदु विवाह अधिनियम ?
हिंदु विवाह अधिनियम 1955 की धारा 5 में बताई गई शर्तों में से एक शर्त केवल एक विवाह की ही अनुमति देती है. 2 विवाह पर प्रतिबंध है. विवाह तभी संपन्न होगा जब विवाह के समय दोनों पक्षकारों में से न तो वर कि कोई पत्नी जीवित होगी और न ही वधू का कोई पति जीवित होगा. यदि कोई पक्षकार अधिनियम की शर्तों का उल्लंघन करता है या करने की कोशिश करता है तो अधिनियम के अनुसार दंडित किया जाएगा.
यदि आदिवासी की प्रथा और रूढ़ि में दूसरा विवाह मान्य है तो हिन्दू विवाह अधिनियम के अंतर्गत उसे मान्यता दी जाएगी. यह अधिनियम भारत के आदिवासी हिंदुओं पर लागू होता है, लेकिन इस अधिनियम के अंतर्गत उन आदिवासियों को रूढ़ियों और प्रथाओं के अधीन कुछ मान्यताएं दी गई हैं. उन्हें यह रूढ़ियां और प्रथाएं सिद्ध करना होती है.