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कोरोना वैक्सीन लूट सकते हैं नक्सली, अलर्ट पर पुलिस

खुफिया विभाग से पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक नक्सली कोविड वैक्सीन लूट सकते हैं. ऐसे में प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है. कोरोना का टीका सुरक्षित वैक्सिनेशन केंद्रों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी एक बार फिर पुलिस के कंधों पर होगी.

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Published : Jan 14, 2021, 7:37 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुर: बस्तर में भी कोरोना वैक्सीनेशन 16 जनवरी से शुरू हो जाएगा. ऐसे में प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती कोरोना की टीके को बस्तर संभाग के जिलों और वहां के अंदरूनी केंद्रों तक लेकर जाने की है. बस्तर के कई इलाकों में नक्सलियों की धमक है, ऐसे में वैक्सीन लूटे जाने का भी डर बना हुआ है. खुफिया विभाग से पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक नक्सली कोविड वैक्सीन लूट सकते हैं. ऐसे में प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है.

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पुलिस सूत्रों के मुताबिक उन्हें भी शक है कि कोरोना के खतरे के बीच नक्सली वैक्सीन की लूट जैसी वारदात को अंजाम दे सकते हैं, ऐसे में अब इन्हें सुरक्षित रूप से केंद्रों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी एक बार फिर पुलिस के कंधों पर होगी. प्रदेश के 14 जिले नक्सल प्रभावित हैं. बस्तर, सुकमा, बीजापुर, कोंडागांव, कांकेर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बालोद, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, कवर्धा, राजनांदगांव और बलरामपुर जिले नक्सलवाद झेल रहे हैं. 60 हजार से अधिक जवान यहां सुरक्षा में लगे हैं. कोरोना वैक्सीन अंदरूनी और धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कैसे पहुंचेगी, सबके लिए ये चुनौती और जिज्ञासा दोनों का विषय है.

पढ़ें: नक्सल इलाकों में कैसे पूरा होगा लाखों लोगों के वैक्सीन का इंतजार ?

नक्सल प्रभावित हैं सातों जिले

पुलिस का भी मानना है कि बस्तर में कई इलाके नक्सल प्रभावित हैं लेकिन यहां लोगों को कोरोना के खतरे से बचाने के लिए वैक्सीन पहुंचाना भी जरूरी है. वैक्सीन को सुरक्षित कोल्ड चेन प्वाइंट और केंद्रों तक पहुंचाने के लिए जो भी हो सकेगा वह पुलिस करेगी. इसके अलावा संभाग के बीजापुर ,दंतेवाड़ा ,सुकमा और नारायणपुर जिले में विशेष सतर्कता बरती जाएगी.

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गार्ड के साथ भेजा जाएगा टीका

माना जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन को पहचान बदलकर लगाना नामुमकिन है. वैक्सीन लगाने के पहले ही इतनी औपचारिकताए हैं कि दूसरे का वैक्सीन लगाना नामुमकिन है. ऐसे में नक्सलियों को उनकी पहचान बदलकर वैक्सीन लगाने का रास्ता खत्म हो चुका है, वहीं उनके बीच कोरोना की दहशत बनी हुई है. ऐसे में उनके सामने वैक्सीन की लूट के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है. यह बात प्रशासन भी अच्छे तरीके से समझता है. अब पुलिस टीम कोरोना वैक्सीन की वैन के साथ जाएगी.

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पढ़ें: सुरक्षा और संघर्ष के साथ नक्सल प्रभावित इलाकों में लगेगा कोरोना का टीका

पुलिस के जवान देंगे सुरक्षा

नक्सली बारूद से लेकर राशन सामान तक लूट कर चुके हैं. ऐसे में माना यह जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन लूटने की भी तैयारी में है. इस तरह का डर स्वास्थ विभाग और जिला पुलिस को भी है. वहीं पुलिस का कहना है कि केंद्रों तक वैक्सीन पहुंचाने के लिए पुलिस के जवान तैनात रहेंगे और पूरी तरह से स्वास्थ्यकर्मियों और कोरोना वैक्सीन को सुरक्षा देंगे.

जगदलपुर: बस्तर में भी कोरोना वैक्सीनेशन 16 जनवरी से शुरू हो जाएगा. ऐसे में प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती कोरोना की टीके को बस्तर संभाग के जिलों और वहां के अंदरूनी केंद्रों तक लेकर जाने की है. बस्तर के कई इलाकों में नक्सलियों की धमक है, ऐसे में वैक्सीन लूटे जाने का भी डर बना हुआ है. खुफिया विभाग से पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक नक्सली कोविड वैक्सीन लूट सकते हैं. ऐसे में प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है.

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पुलिस सूत्रों के मुताबिक उन्हें भी शक है कि कोरोना के खतरे के बीच नक्सली वैक्सीन की लूट जैसी वारदात को अंजाम दे सकते हैं, ऐसे में अब इन्हें सुरक्षित रूप से केंद्रों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी एक बार फिर पुलिस के कंधों पर होगी. प्रदेश के 14 जिले नक्सल प्रभावित हैं. बस्तर, सुकमा, बीजापुर, कोंडागांव, कांकेर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बालोद, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, कवर्धा, राजनांदगांव और बलरामपुर जिले नक्सलवाद झेल रहे हैं. 60 हजार से अधिक जवान यहां सुरक्षा में लगे हैं. कोरोना वैक्सीन अंदरूनी और धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कैसे पहुंचेगी, सबके लिए ये चुनौती और जिज्ञासा दोनों का विषय है.

पढ़ें: नक्सल इलाकों में कैसे पूरा होगा लाखों लोगों के वैक्सीन का इंतजार ?

नक्सल प्रभावित हैं सातों जिले

पुलिस का भी मानना है कि बस्तर में कई इलाके नक्सल प्रभावित हैं लेकिन यहां लोगों को कोरोना के खतरे से बचाने के लिए वैक्सीन पहुंचाना भी जरूरी है. वैक्सीन को सुरक्षित कोल्ड चेन प्वाइंट और केंद्रों तक पहुंचाने के लिए जो भी हो सकेगा वह पुलिस करेगी. इसके अलावा संभाग के बीजापुर ,दंतेवाड़ा ,सुकमा और नारायणपुर जिले में विशेष सतर्कता बरती जाएगी.

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गार्ड के साथ भेजा जाएगा टीका

माना जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन को पहचान बदलकर लगाना नामुमकिन है. वैक्सीन लगाने के पहले ही इतनी औपचारिकताए हैं कि दूसरे का वैक्सीन लगाना नामुमकिन है. ऐसे में नक्सलियों को उनकी पहचान बदलकर वैक्सीन लगाने का रास्ता खत्म हो चुका है, वहीं उनके बीच कोरोना की दहशत बनी हुई है. ऐसे में उनके सामने वैक्सीन की लूट के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है. यह बात प्रशासन भी अच्छे तरीके से समझता है. अब पुलिस टीम कोरोना वैक्सीन की वैन के साथ जाएगी.

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पुलिस के जवान देंगे सुरक्षा

नक्सली बारूद से लेकर राशन सामान तक लूट कर चुके हैं. ऐसे में माना यह जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन लूटने की भी तैयारी में है. इस तरह का डर स्वास्थ विभाग और जिला पुलिस को भी है. वहीं पुलिस का कहना है कि केंद्रों तक वैक्सीन पहुंचाने के लिए पुलिस के जवान तैनात रहेंगे और पूरी तरह से स्वास्थ्यकर्मियों और कोरोना वैक्सीन को सुरक्षा देंगे.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
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