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बस्तर में सड़क निर्माण कार्य में मानसून और नक्सली बन रहे बाधा, 250 किलोमीटर का काम अटका

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बस्तर संभाग के ग्रामीणों क्षेत्रों में 250 किलोमीटर पक्की सड़कों का निर्माण कार्य रुका हुआ है. बारिश और नक्सलियों की वजह से यह निर्माण कार्य अटका है.

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Published : Jul 28, 2021, 10:19 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुर: मानसून और नक्सली घटनाओं की वजह से बस्तर में पक्की सड़कों का निर्माण रुक गया है. पीडब्ल्यूडी, आरआरपी और एलडब्ल्यूई के तहत 950 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है. लगभग 700 किलोमीटर लंबी सड़कों का काम पूरा कर दिया गया है, लेकिन बस्तर संभाग के अति संवेदनशील इलाकों में 250 किलोमीटर का सड़क का निर्माण कार्य रुका हुआ है. वहीं अधिकारियों का कहना है कि बारिश के बाद इस काम में तेजी लाई जाएगी. इस रोड को पूरा करने के लिए नक्सली भी बाधा बने हुए है.

बस्तर में नक्सलवाद से निपटने के लिए बस्तर पुलिस 'विकास, विश्वास और सुरक्षा' योजना के तहत लगातार अंदरूनी इलाकों में सड़कों का जाल बिछा रही है. जवानों के सुरक्षा के साए में सड़क का निर्माण कार्य और पुल निर्माण कार्य बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में किया जा रहा है.

बस्तर में सड़क निर्माण कार्य में मानसून और नक्सली बन रहे बाधा.

दरअसल, 2 साल पहले LWE की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि बस्तर संभाग के सभी जिलों में लगभग 1,500 किलोमीटर तक सड़कों का जाल बिछाया जाना है. केंद्र सरकार से पैसा मिलने के बाद अंदरूनी क्षेत्रों में सड़कों का काम शुरू कर दिया गया. सड़क निर्माण में नक्सली और मानसून बाधक बने हुए है. सड़क निर्माण के दौरान रोड ओपनिंग पार्टी में हमले को लेकर पुलिस पूरी तरह से सतर्कता बरत रही है. फिलहाल अंदरूनी क्षेत्रों में सड़क निर्माण कार्य रोक दिया गया है.

दंतेवाड़ा: कोरोना महामारी के बावजूद नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बढ़ी सड़क निर्माण की रफ्तार

वहीं, सड़क निर्माण को लेकर आईजी का कहना है कि 700 किलोमीटर की सड़कें बनाने के दौरान जवानों ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया. पूरी तरह सुरक्षा के साए में 700 किलोमीटर का कार्य संपन्न कराया, जिसमें पुलिस की देखरेख में सड़कों का निर्माण कार्य किया गया. जहां नक्सलियों की सबसे ज्यादा मौजूदगी रहती है.

उन्होंने कहा कि मानसून खत्म होने के बाद एक बार फिर से इन क्षेत्रों में सड़क निर्माण कार्य करवाया जाएगा और 250 किलोमीटर की सड़क का कार्य पूरा कराया जाएगा. आईजी ने बताया कि बस्तर संभाग के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कुल 24 सड़कों का निर्माण कार्य चल रहा है.

अधिकारियों का कहना है कि ठेकेदारों को जल्द से जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. इसमें बारिश के बाद मुख्य रूप से लोक निर्माण विभाग की सड़कें बीजापुर, आवापल्ली, जगरगुंडा, गंगालूर, मोदकपाल, निमेंड़ जैसे इलाके हैं. जहां सड़कों का निर्माण प्रभावित हो रहा है. मानसून के बाद तेजी से क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाने का काम पूरा किया जाएगा.

जगदलपुर: मानसून और नक्सली घटनाओं की वजह से बस्तर में पक्की सड़कों का निर्माण रुक गया है. पीडब्ल्यूडी, आरआरपी और एलडब्ल्यूई के तहत 950 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा है. लगभग 700 किलोमीटर लंबी सड़कों का काम पूरा कर दिया गया है, लेकिन बस्तर संभाग के अति संवेदनशील इलाकों में 250 किलोमीटर का सड़क का निर्माण कार्य रुका हुआ है. वहीं अधिकारियों का कहना है कि बारिश के बाद इस काम में तेजी लाई जाएगी. इस रोड को पूरा करने के लिए नक्सली भी बाधा बने हुए है.

बस्तर में नक्सलवाद से निपटने के लिए बस्तर पुलिस 'विकास, विश्वास और सुरक्षा' योजना के तहत लगातार अंदरूनी इलाकों में सड़कों का जाल बिछा रही है. जवानों के सुरक्षा के साए में सड़क का निर्माण कार्य और पुल निर्माण कार्य बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में किया जा रहा है.

बस्तर में सड़क निर्माण कार्य में मानसून और नक्सली बन रहे बाधा.

दरअसल, 2 साल पहले LWE की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि बस्तर संभाग के सभी जिलों में लगभग 1,500 किलोमीटर तक सड़कों का जाल बिछाया जाना है. केंद्र सरकार से पैसा मिलने के बाद अंदरूनी क्षेत्रों में सड़कों का काम शुरू कर दिया गया. सड़क निर्माण में नक्सली और मानसून बाधक बने हुए है. सड़क निर्माण के दौरान रोड ओपनिंग पार्टी में हमले को लेकर पुलिस पूरी तरह से सतर्कता बरत रही है. फिलहाल अंदरूनी क्षेत्रों में सड़क निर्माण कार्य रोक दिया गया है.

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वहीं, सड़क निर्माण को लेकर आईजी का कहना है कि 700 किलोमीटर की सड़कें बनाने के दौरान जवानों ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया. पूरी तरह सुरक्षा के साए में 700 किलोमीटर का कार्य संपन्न कराया, जिसमें पुलिस की देखरेख में सड़कों का निर्माण कार्य किया गया. जहां नक्सलियों की सबसे ज्यादा मौजूदगी रहती है.

उन्होंने कहा कि मानसून खत्म होने के बाद एक बार फिर से इन क्षेत्रों में सड़क निर्माण कार्य करवाया जाएगा और 250 किलोमीटर की सड़क का कार्य पूरा कराया जाएगा. आईजी ने बताया कि बस्तर संभाग के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कुल 24 सड़कों का निर्माण कार्य चल रहा है.

अधिकारियों का कहना है कि ठेकेदारों को जल्द से जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. इसमें बारिश के बाद मुख्य रूप से लोक निर्माण विभाग की सड़कें बीजापुर, आवापल्ली, जगरगुंडा, गंगालूर, मोदकपाल, निमेंड़ जैसे इलाके हैं. जहां सड़कों का निर्माण प्रभावित हो रहा है. मानसून के बाद तेजी से क्षेत्र में सड़कों का जाल बिछाने का काम पूरा किया जाएगा.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
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