जगदलपुर : छत्तीसगढ़ यूथ फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने जगदलपुर में सभी यूथ फार्मासिस्ट की महत्वपूर्ण बैठक ली. बैठक में फार्मासिस्टों की कई समस्याओं व इसके निराकरण पर चर्चा की गई. बैठक में पहुंचे छग यूथ फार्मासिस्ट के अध्यक्ष राहुल वर्मा ने चर्चा के दौरान गंभीर विषयों को उठाते हुए जानकारी दी कि, 'छग में दवा विक्रेताओं द्वारा किस तरह से नियमों की अनदेखी करते हुए मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है'.
प्रदेश अध्यक्ष राहुल वर्मा ने दवा विक्रेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि, 'बस्तर के साथ-साथ छत्तीसगढ़ में 70 प्रतिशत से अधिक स्थानों पर दवाई की दुकानों में कम पढ़े-लिखे लोगों के द्वारा दवाई बेचने का कार्य किया जा रहा है. साथ ही किराए के फार्मासिस्ट सर्टिफिकेट से कई मेडिकल स्टोर्स का संचालन किया जा रहा है. बिना फार्मासिस्ट किए 8वीं-10वीं पास लोगों के द्वारा खुलेआम नियम के धज्जियां उड़ाते हुए दवा की बिक्री कर लोगों के स्वास्थ के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है'.
उन्होंने बताया कि, 'बस्तर में ही लगभग 120 दवा की दुकानें हैं, जिनमें 80 प्रतिशत स्थानों पर उनके द्वारा दवा का विक्रय किया जा रहा है, जिन्होंने फार्मासिस्ट का कोर्स ही नहीं किया है'.
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ड्रग इंस्पेक्टर पर लगाए आरोप
राहुल वर्मा ने नियमों का हवाला देते हुए बताया कि, '1948 एक्ट के तहत के फार्मासिस्ट किए हुए लोगों के द्वारा दवा विक्रय किया जा सकता है'. इस मामले पर उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टर पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए उन पर दुकानों से रिश्वत लेकर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है.
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कलेक्टर को सौंपेंगे ज्ञापन
फार्मासिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि, 'दुकानों के माध्यम से जरूरतमंदों को दवा उपलब्ध करवाना एक सेवा है, लेकिन वर्तमान में इसे केवल व्यापार बनाकर रख दिया गया है. इसीलिए भविष्य में इस व्यवस्था में सुधार लाने के लिए उनके संगठन द्वारा बस्तर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा'.