जगदलपुर: कोरोना काल की वजह से लंबे इंतजार के बाद बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक संपन्न हुई. इस बैठक में अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, मंत्री कवासी लखमा, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, बस्तर सांसद दीपक बैज, विधायक और सातों जिलों के कलेक्टर मौजूद रहे. हालांकि इस बैठक में नए कार्यों की कोई घोषणा नहीं हुई और पिछले बैठक के विकास कार्यों की ही समीक्षा की गई.
शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर हुई चर्चा
दरअसल, बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक कोरोना की वजह से नहीं हो पा रही थी. लगभग साल भर बाद यह बैठक हुई, बैठक 3 घंटे तक चली. इस बैठक में उन कार्यों को लेकर समीक्षा हुई जो कोरोना काल की वजह से नहीं हो पाए थे. प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने बताया कि इस बैठक में मुख्य चर्चा का विषय शिक्षा ,स्वास्थ्य, रोजगार और पेयजल रहा. उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से कई कार्य लंबित पड़े हैं, जिसमें शिक्षकों और स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती है. इसके अलावा बस्तर के बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने जैसे मुद्दों चर्चा हुई.
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जल्द की जाएगी रिक्त पड़े पदों पर भर्ती
लखेश्वर बघेल ने कहा कि नए पदों पर भर्ती करने की रूपरेखा तैयार की गई है. सभी अधिकारियों को रिक्त पड़े पदों पर जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश भी दिए गए हैं.
फंड में मिले 20 करोड़ रुपये
लखेश्वर बघेल ने बताया कि कोरोनाकाल की वजह से केवल 20 करोड़ रुपये का ही फंड में मिल पाया है. उन्होंने कहा कि यह बजट बेहद कम है, लेकिन जल्द ही पूरे विकास कार्यों की रूपरेखा तैयार कर सरकार से फंड की मांग की जाएगी.
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मूलभूत सुविधाओं पर ध्यान देने की जरूरत
बस्तर सांसद दीपक बैज ने कहा कि सालभर बाद हो रही बस्तर विकास प्राधिकरण में मूलभूत सुविधाओं को लेकर चर्चा की गई. प्राधिकरण की बैठक में लगभग 20 बिंदुओं पर चर्चा हुई. इन बिंदुओं में मुख्य रूप से पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार को शामिल किया गया. इसके अलावा बस्तर के दार्शनिक स्थलों को संरक्षित करने जैसे प्रमुख बिंदुओं पर भी चर्चा हुई.