बस्तरः अपने को खोने का दर्द वहीं समझ सकता है, जिसने कभी अपनों को खोया है. छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हुए. कोबरा बटालियन का एक जवान अब भी लापता है. नक्सलियों ने दावा किया है कि लापता जवान उनके कब्जे में है. बीजापुर मुठभेड़ में शहीद हुए एक जवान श्रवण कश्यप की पत्नी ने नक्सलियों से अगवा जवान को छोड़ने की अपील की है.
शहीद की पत्नी ने मार्मिक अपील करते हुए कहा कि जो दर्द उन्हें झेलना पड़ रहा है, वो किसी और महिला को न झेलना पड़े इसलिए नक्सलियों को अगवा जवान को सुरक्षित छोड़ देना चाहिए.
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
श्रवण के परिवार के साथ पूरे बनिया गांव में शोक का माहौल है. गांव वालों ने बताया कि श्रवण कश्यप मिलनसार व्यक्तित्व के धनी थे. गांव की समस्या को भी लेकर भी उन्होंने कई बार आवाज उठाई है. उनके मौत से पूरा गांव गम में डूबा हुआ है. बीजापुर में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में श्रवण कश्यप ने नक्सलियों से लड़ते हुए अपनी शहादत दे दी.
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शहीद के परिवार में हैं 8 सदस्य
श्रवण कश्यप बस्तर जिले के बकावंड ब्लॉक के बनिया गांव के रहने वाले थे. एसटीएफ के जवान श्रवण कश्यप अपने पीछे परिवार में 8 सदस्य को छोड़ गए हैं. इसमें उनका 5 साल का बेटा, उनकी पत्नी, उनकी मां ,बड़े भाई, नानी और भाभी के अलावा दो भतीजे और अपनी बड़ी बहन की भी जिम्मेदारी उन्हीं के कंधे पर थी. परिवार के सदस्यों का कहना है कि श्रवण के चले जाने से अब उनके ऊपर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा है और भविष्य की भी चिंता अब सताने लगी है.