बस्तर: करोना संक्रमण के हालातों को देखते हुए बस्तर जिले में लॉकडाउन को 31 मई तक बढ़ा दिया गया है. लॉकडाउन के नियमों में थोड़ी ढ़ील जरूर दी गई है. 15 दिनों के लिए बढ़ाए गए लॉकडाउन में पुलिस प्रशासन को काफी कड़ाई बरतने के निर्देश दिए गए हैं. ताकि शहर में नियमों का कड़ाई से पालन हो और किसी भी इलाके में लापरवाही न बरती जाए. हांलाकि बस्तर में लोग नियमों का पालन करते नजर नहीं आ रहे हैं.
महासमुंद के निजी अस्पताल में ब्लैक फंगस के मरीज, CMHO कर रहे इंकार
कोरोना की दूसरी लहर ने छत्तीसगढ़ में तेजी से पैर पसारे, सरकार ने बस्तर की सुरक्षा को प्रथमिकता में रखा. संक्रमण तेजी से बस्तर में पैर पसारता उससे पहले ही यहां लॉकडाउन लागू कर दिया गया. यहां 15 अप्रैल से लॉकडाउन चल रहा है. 1 महीने बाद भी लॉकडाउन लागू है. इसे 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. ETV भारत ने जगदलपुर के कई इलाकों में लॉकडाउन के हालातों का जायजा लिया. ईटीवी भारत शहर के मुख्य चौक चौराहों पर पहुंची. लोगों से जाना की आखिर क्यों लॉकडाउन के दौरान घरों से बाहर हैं. इसके अलावा सुरक्षा में तैनात पुलिस अधिकारी से भी हालातों की जानकारी ली गई है.
एसबीआई चौक पर भारी पुलिस बल तैनात
जगदलपुर के प्रमुख चौक में से एक एसबीआई चौक में पिछले 1 महीने से पुलिस का पहरा है. पुलिस इलाके में व्यवस्था को संभाल रही है. आने-जाने वाले लोगों पर पुलिस की नजर है. जरूरी दस्तावेज चेक किए जा रहे हैं. इसके अलावा पुलिस लापरवाह लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है. एसबीआई चौक में सामान्य दिनों में भारी भीड़ देखने को मिलती है. लेकिन आज सिर्फ आने-जाने वाले लोग नजर आ रहे हैं. इसी तरह चांदनी चौक में भी पूरे दिन सन्नाटा छाया हुआ है. शहर के माडिया चौक भी वीरान नजर आ रहे हैं. एक वक्त लोगों की भीड़ से भरे रहने वाले इलाके में लोग नजर ही नहीं आ रहे थे.
बेवजह घूमने वालों की हो रही कोरोना जांच
बस्तर में प्रशासन ने लापरवाहों को सबक सिखाने के लिए बेवजह घूमने वालों की कोरोना जांच शुरू कर दी है. ETV भारत की टीम ने पाया की ये सिलसिला अब भी जारी है. बिना वजह घर से निकलने वाले लापरवाह लोगों की बस्तर पुलिस कोरोना जांच करवा रही है. जांच केंद्र में काफी लोगों के जांच किए जा रहे हैं.
धमतरी का ऐसा गांव जहां ग्रामीणों की समझदारी से कम हुई कोरोना संक्रमण की दर
रोज मिल रहे कोरोना संक्रमित मरीज
बस्तर में बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया गया. रोज बस्तर में 200 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हो रही है. शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण अंचल में भी बड़ी संख्या में ग्रामीण इसकी चपेट में आ रहे हैं. जिस वजह से बस्तर कलेक्टर ने कुछ रियायतों के साथ लॉकडाउन की अवधि बढ़ाकर 31 मई कर दी है. प्रशासन ने रियायतें दी है. आटा चक्की, डेलि नीड्स और किराना स्टोर्स को 3 बजे तक खुलने का अनुमति दी गई है. लॉक डाउन की अवधि बढ़ाए जाने के बावजूद भी लोग लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं. पुलिस ने आज से लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है.
एसपी ने दिए एफआईआर के निर्देश
बस्तर जिले में 16326 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है. 14140 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. कुल 174 लोगों की कोरोना से मौत हुई है. कई शिकायतों, लापरवाही की घटनाओं और बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए एसपी ने बस्तर पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं. शहर के 8 मुख्य चौक-चौराहों में 100 से अधिक पुलिस जवानों को तैनात किया गया है. जिनकी ड्यूटी सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक होती है.
मुख्यमंत्री बघेल ने जांजगीर-चांपा में 7 नये कोविड केयर सेंटर का किया उद्घाटन
लॉकडाउन का चौथा चरण
बस्तर में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए 15 अप्रैल को पहले लॉकडाउन लगाया गया. जिसके बाद लगातार चौथी बार लॉकडाउन बढ़ाया गया है. इस बार लॉकडाउन की अवधि 31 मई तक बढ़ा दी गई है. 4 बार हुए लॉकडाउन के दौरान बस्तर जिले में स्थिति जस की तस बनी हुई है. हर रोज 180 से 220 के आसपास संक्रमित मरीजों की पहचान हो रही है.