जगदलपुर : नगरनार में स्थापित एनएमडीसी प्लांट में 23 विस्थापित परिवारों को नौकरी नहीं मिली है. इन परिवारों में से नौ परिवार अब प्रबंधन के खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ रहे हैं. ऐसी चर्चा है कि पीएम मोदी बस्तर दौरे में राष्ट्र को नगरनार एनएमडीसी प्लांट को समर्पित कर सकते हैं.लिहाजा अब विस्थापित परिवारों ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोला है.
क्यों भूविस्थापित कर रहे हैं विरोध ? : एनएमडीसी स्टील प्लांट में प्रभावित 9 परिवार के सदस्य पिछले चार दिनों से प्लांट के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रभावितों का कहना है कि एनएमडीसी प्रबंधन नौकरी देने के नाम पर पिछले कई सालों से टालमटोल कर रहा है. नौकरी न देकर प्रबंधन प्रभावित परिवारों को वन टाइम सेटलमेंट करने और नौकरी की जगह 10 लाख रुपए लेने का प्रपोजल दे रहा है. लेकिन प्रभावित परिवार के सदस्य नौकरी की मांग पर अड़े हुए हैं.
'' कई परिवार पुनर्वास नीति के प्रावधान में नहीं आते है. फिर भी एनएमडीसी प्लांट प्रबंधन ने उन परिवार के सदस्यों को नियमों में शिथिलता देते हुए नौकरी दी है. जबकि कई परिवार के सदस्यों के साथ पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है. प्रभावितों की मांग है जैसे नियम अपनाकर पिता की जगह पोते को नौकरी दी गई. वैसे ही अन्य परिवारों को भी नौकरी मिले. मोहन सिंह, भूविस्थापित
नौकरी की मांग पर अड़े परिवार : आपको बता दें कि NMDC प्लांट में नौकरी को लेकर भू-प्रभावित परिवारों की महिला सदस्यों ने नौकरी के लिए महिला आयोग का दरवाजा खटखटाया था. ये मामला हाई कोर्ट में विचाराधीन है. ऐसे 23 परिवार हैं जिन्हें प्रबंधन ने अब तक नौकरी नहीं दी है. इन 23 परिवारों में से 9 परिवारों के लोगों ने अब NMDC प्रबंधक के खिलाफ हड़ताल करनी शुरू की है.इन परिवारों का कहना है कि जब तक प्लांट प्रबंधन उनकी बात नहीं मानेगा तब तक हड़ताल जारी रहेगा.