जगदलपुर: छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ शनिवार को जगदलपुर नगर निगम के बीजेपी पार्षदों और इलाके के कार्यकर्ताओं ने सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन सरकार के वादाखिलाफी के विरोध में किया गया. इस दौरान सभी पार्षद अपने घरों के सामने कार्यकर्ताओं के साथ हाथ में तख्ती लेकर बैठे.
1 घंटे तक चले इस सांकेतिक विरोध प्रदर्शन के दौरान BJP ने सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा. कार्यकर्ताओं ने यह प्रदर्शन घरों के सामने किया. बता दें कि BJP ने कांग्रेस पर सत्ता में आने के बाद वादे भुला देने के आरोप लगाए हैं. प्रदर्शन के दौरान तख्तियों में प्रदेश सरकार के अधूरे वादे लिखे गए थे. जिन्हें जल्द पूरे किए जाने की मांग की जा रही है.
इन वादों पर घिर रही सरकार
प्रदेश में कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले कई वादे किए थे. जो अब तक अधूरे हैं. निगम के नेता प्रतिपक्ष संजय पांडेय ने बताया कि, चुनाव से पहले कांग्रेस के नेताओं ने हाथ मे गंगाजल लिए जनता से अपने घोषणा पत्र में लोक लुभावने वादे किए थे. जो अब तक अधूरे हैं. जनता को अब भी इनके पूरे किए जाने की उम्मीद है. ऐसे में BJP भूपेश बघेल सरकार पर दबाव बनाने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रही है. जगदलपुर BJP की ओर से चेतावनी दी गई है कि, अगर सरकार जल्द ही अपने चुनावी वादे पूरा नहीं करती है, तो आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन किए जाएंगे. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि जन-जन तक हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा. BJP नेता की माने, तो सांकेतिक धरना प्रदर्शन में जगदलपुर नगरीय निकाय के 400 से भी अधिक जगहों पर प्रदर्शन किया गया.
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बीजेपी के वरिष्ठ नेता श्रीनिवास मद्दी ने कहा कि चुनाव से पहले कांग्रेस ने कुछ लुभावने वादे किए थे. जिसमे नगरीय निकाय के अंतर्गत रहने वाले लोगों के संपत्तिकर आधा करने, वृद्धा पेंशन 1500 रुपये देने और बेरोजगार युवाओं को 2500 हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का वादा शामिल है. सरकार को बने 18 महीने बीत चुके हैं. लेकिन सरकार ने इन वादों पर विचार ही नहीं किया है. लोगों से पूरा संपत्ति कर वसूल किया जा रहा है. विधवा पेंशन राशि भी नहीं बढ़ाई गई है. ये जनता के साथ धोखा है और इसी के विरोध में BJP विरोध प्रदर्शन कर रही है.
शराब बंदी भी बड़ा मुद्दा
प्रदेश में शराब बंदी एक बड़ा मुद्दा है. कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में पूर्ण शराब बंदी को शामिल किया था. लेकिन अब तक ऐसा कोई कदम नहीं उठाए गए हैं. BJP समय-समय पर इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस को घेरती है. लॉकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ में शराब दुकान खोले जाने के आदेश के बाद सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक BJP ने इसका विरोध किया था.