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इंद्रावती विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष का निरीक्षण, जलप्रवाह की कमी का आंकलन

jagdalpur latest news जगदलपुर इंद्रावती नदी में ओडिशा राज्य से प्राप्त होने वाले जलप्रवाह की कमी को देखते हुए समस्या के समाधान और बेसिन के विकास के लिए गठित इंद्रावती बेसिन विकास प्राधिकरण के नवनियुक्त उपाध्यक्ष राजीव शर्मा ने ओडिशा स्थित इंद्रावती नदी और जोरा नाला के बीच जल विभाजन के लिए बनाए गए कंट्रोल स्ट्रक्चर का अवलोकन अधिकारियों के साथ किया

इंद्रावती विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष का निरीक्षण
इंद्रावती विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष का निरीक्षण
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Published : Nov 1, 2022, 7:09 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुर : राजीव शर्मा ने निरीक्षण के दौरान इन्द्रावती स्ट्रक्चर और जोरानाला स्ट्रक्चर के ऊपर लगभग 2 फीट से ऊपर पानी का बहाव था और 1 माह बाद पानी का प्रवाह कम होने पर पुनः पानी के प्रवाह का माप लेने के निर्देश दिये गए. संगम स्थल पर इन्द्रावती नदी पर स्ट्रक्चर के अपस्ट्रीम में अत्याधिक मात्रा में रेत जमा हुआ पाया गया. आज भी पानी का प्रवाह जोरानाला के ओर अधिक देखा गया.Inspection of Vice President of Indravati

प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजीव शर्मा ने इस अवसर पर इंद्रावती नदी में नवंबर से लेकर जून माह के बीच जलप्रवाह की जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश अधिकारियों को दिए. इंद्रावती परियोजना मंडल के अधिकारियों ने बताया कि ''ओडिशा और छत्तीसगढ़ राज्य के बीच हुए अनुबंध के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य के लिए इंद्रावती नदी के लिए 8.115 टीएमसी पानी छोड़ा जाना चाहिए. लेकिन अनुबंध के अनुसार इंद्रावती नदी में जल का प्रवाह नहीं है. नदी में जल प्रवाह की कमी के लिए रेत के जमाव को प्रमुख कारणों में से एक कारण बताया गया.''

कमिश्नर श्याम धावड़े (Commissioner Shyam Dhawade ) ने 1 माह बाद पानी का प्रवाह कम होने पर पुनः पानी के प्रवाह का माप लेने के निर्देश दिया. कलेक्टर चंदन कुमार ने विगत पांच वर्षों में इंद्रावती नदी और जोरा नाला में जलप्रवाह की जानकारी प्राधिकरण के समक्ष रखने के निर्देश दिए.

उल्लेखनीय है कि 24 दिसंबर 2003 को अन्तर्राज्यीय परियोजना की बैठक हुई. जिसमें दोनों राज्यों के जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंताओं बैठक में संयुक्त निर्णय लिया गया कि छत्तीसगढ़ की उपयोगिता माह नवम्बर से जून के लिए 8.115 टीएमसी थी. जिसमें 3.475 टीएमसी पीने के पानी के उपयोग के लिए एवं 4.64 टीएमसी औद्योगिक उपयोग के लिए आवश्यकता थी. जिसमें ओडिशा शासन ने माह नवम्बर से जून के लिए 3.475 टीएमसी जल उपलब्ध कराने की सहमति व्यक्त की थी.

इसी प्रकार दोनों राज्यों के उच्चाधिकारियों द्वारा निर्णय लिया गया कि ''गर्मी के मौसम में 50-50 प्रतिशत पानी का बहाव बनाने के लिए सहमत हुए. जिसके तहत इन्द्रावती नदी एवं जोरानाला में स्ट्रक्चर निर्माण पूर्ण किया गया. जिसके लिए छत्तीसगढ़ शासन ने 49.20 करोड़ रुपए ओडिशा सरकार को प्रदाय किया गया था. जिसे माह जून 2016 में पूर्ण किया गया है.''

पिछले 05 वर्षो में छत्तीसगढ़ को लगभग 32 प्रतिशत एवं ओडिशा को जोरानाला में लगभग 68 प्रतिशत पानी गर्मी के मौसम में बहाव हो रहा है. इस समस्या को दूर करने के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा इन्द्रावती बेसिन विकास प्राधिकरण का गठन किया गया है. साथ ही इन्द्रावती बेसिन विकास प्राधिकरण के द्वारा जल संवर्धन के कार्य, पीने के पानी की व्यवस्था, नदियों को प्रदूषण मुक्त रखने की व्यवस्था, नदियों के कटाव की रोकथाम, तटरक्षण एवं बाढ़ नियंत्रण कार्य, निर्माणाधीन सिंचाई योजनाओं का कार्य वृक्षारोपण का कार्य किया जाएगा. jagdalpur latest news

जगदलपुर : राजीव शर्मा ने निरीक्षण के दौरान इन्द्रावती स्ट्रक्चर और जोरानाला स्ट्रक्चर के ऊपर लगभग 2 फीट से ऊपर पानी का बहाव था और 1 माह बाद पानी का प्रवाह कम होने पर पुनः पानी के प्रवाह का माप लेने के निर्देश दिये गए. संगम स्थल पर इन्द्रावती नदी पर स्ट्रक्चर के अपस्ट्रीम में अत्याधिक मात्रा में रेत जमा हुआ पाया गया. आज भी पानी का प्रवाह जोरानाला के ओर अधिक देखा गया.Inspection of Vice President of Indravati

प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजीव शर्मा ने इस अवसर पर इंद्रावती नदी में नवंबर से लेकर जून माह के बीच जलप्रवाह की जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश अधिकारियों को दिए. इंद्रावती परियोजना मंडल के अधिकारियों ने बताया कि ''ओडिशा और छत्तीसगढ़ राज्य के बीच हुए अनुबंध के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य के लिए इंद्रावती नदी के लिए 8.115 टीएमसी पानी छोड़ा जाना चाहिए. लेकिन अनुबंध के अनुसार इंद्रावती नदी में जल का प्रवाह नहीं है. नदी में जल प्रवाह की कमी के लिए रेत के जमाव को प्रमुख कारणों में से एक कारण बताया गया.''

कमिश्नर श्याम धावड़े (Commissioner Shyam Dhawade ) ने 1 माह बाद पानी का प्रवाह कम होने पर पुनः पानी के प्रवाह का माप लेने के निर्देश दिया. कलेक्टर चंदन कुमार ने विगत पांच वर्षों में इंद्रावती नदी और जोरा नाला में जलप्रवाह की जानकारी प्राधिकरण के समक्ष रखने के निर्देश दिए.

उल्लेखनीय है कि 24 दिसंबर 2003 को अन्तर्राज्यीय परियोजना की बैठक हुई. जिसमें दोनों राज्यों के जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंताओं बैठक में संयुक्त निर्णय लिया गया कि छत्तीसगढ़ की उपयोगिता माह नवम्बर से जून के लिए 8.115 टीएमसी थी. जिसमें 3.475 टीएमसी पीने के पानी के उपयोग के लिए एवं 4.64 टीएमसी औद्योगिक उपयोग के लिए आवश्यकता थी. जिसमें ओडिशा शासन ने माह नवम्बर से जून के लिए 3.475 टीएमसी जल उपलब्ध कराने की सहमति व्यक्त की थी.

इसी प्रकार दोनों राज्यों के उच्चाधिकारियों द्वारा निर्णय लिया गया कि ''गर्मी के मौसम में 50-50 प्रतिशत पानी का बहाव बनाने के लिए सहमत हुए. जिसके तहत इन्द्रावती नदी एवं जोरानाला में स्ट्रक्चर निर्माण पूर्ण किया गया. जिसके लिए छत्तीसगढ़ शासन ने 49.20 करोड़ रुपए ओडिशा सरकार को प्रदाय किया गया था. जिसे माह जून 2016 में पूर्ण किया गया है.''

पिछले 05 वर्षो में छत्तीसगढ़ को लगभग 32 प्रतिशत एवं ओडिशा को जोरानाला में लगभग 68 प्रतिशत पानी गर्मी के मौसम में बहाव हो रहा है. इस समस्या को दूर करने के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा इन्द्रावती बेसिन विकास प्राधिकरण का गठन किया गया है. साथ ही इन्द्रावती बेसिन विकास प्राधिकरण के द्वारा जल संवर्धन के कार्य, पीने के पानी की व्यवस्था, नदियों को प्रदूषण मुक्त रखने की व्यवस्था, नदियों के कटाव की रोकथाम, तटरक्षण एवं बाढ़ नियंत्रण कार्य, निर्माणाधीन सिंचाई योजनाओं का कार्य वृक्षारोपण का कार्य किया जाएगा. jagdalpur latest news

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
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