जगदलपुर: बस्तर संभाग के विकास के लिए गठित की गई बस्तर विकास प्राधिकरण की बुधावार को चौथी बैठक हुई. कलेक्ट्रेट के प्रेरणा हॉल में करीब 3 घंटे तक बैठक चली. इस बैठक में अब तक स्वीकृत किए गए विकास कार्यों की समीक्षा की गई है. हालांकि, इस बार भी बैठक में बस्तर के विकास कार्यों के लिए बजट रोड़ा बना रहा. इसके कारण नए कार्यों को स्वीकृति नहीं मिल पाई.
बैठक में बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल और दोनों उपाध्यक्ष के साथ पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम भी शामिल हुए. इसके अलावा बस्तर सांसद दीपक बैज समेत प्राधिकरण के आयुक्त और बस्तर संभाग के सातों जिले के कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और सभी विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.
अधिकारियों को मिले कड़े निर्देश
बैठक संपन्न होने के बाद प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछली बैठक में लिए गए फैसले और स्वीकृत कार्यों की समीक्षा की गई. इसके अलावा रूके हुए विकास कार्यों को समय सीमा तक पूरा करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं. बघेल ने बताया कि बैठक में विकास कार्यों की समीक्षा में मुख्य रूप से ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य सुविधा, शुद्ध पेयजल की पूर्ति, सड़क, बिजली जैसे कार्यों की अधिकारियों से जानकारी ली गई.
सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल की सौगात
पहली बार बैठक में शामिल हुए पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बताया कि प्राधिकरण की बैठक में बस्तरवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल के निर्माण कार्य की जानकारी ली गई है. इसके अलावा पूरे संभाग में रिक्त पड़े चिकित्सकों के 321 पदों पर जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गये हैं.
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गर्मियों में पेयजल की सुविधा
अगले महीने से शुरू होने वाले गर्मी को देखते हुए बस्तरवासियों को पेयजल की पूर्ति और फ्लोराइड युक्त पानी की समस्या से निजात दिलाने ठोस कदम उठाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गये हैं. लगभग 3 घंटे तक चली इस प्राधिकरण की बैठक में 9 बिंदुओं पर चर्चा हुई.