जगदलपुर: बस्तर में वन विभाग की उड़नदस्ता टीम ने अवैध रूप से साल लकड़ी का परिवहन करते हुए बिरिंगपाल और बोदल रेंज के बीच आरोपियों से साल लकड़ी जब्त की है. कीमती लकड़ी को बोलेरो वाहन के जरिए आरोपी तस्करी कर रहे थे. आरोपियों ने उड़नदस्ता की टीम को चकमा देने की भी कोशिश की थी. लेकिन सलफी गुड़ा, महकापाल और छिंद बहार गांव को पार करने के बाद आखिरकार उड़न दस्ते की टीम ने तस्करों को धर दबोचा है. आरोपियों के पास से वन विभाग की टीम ने साल की 35 नग लकड़ी जब्त की है. जिसकी कीमत करीब 20 हजार रुपए है.
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मामले में उड़नदस्ता की टीम ने मुख्य आरोपी सहित वाहन के ड्राइवर और दो नाबालिगों को भी पकड़ा है. मामले में अग्रिम कार्रवाई की जा रही है. वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि यह हाथ चिरान है. जो साल वनों की अवैध कटाई कर बनाया जाता है. लकड़ियों से बनने वाले कई सामानों में इसका उपयोग किया जाता है. अधिकारी ने बताया कि लगातार नानगुर इलाके में साल वनों की अवैध कटाई की सूचना मिल रही थी. जिसे देखते हुए वन विभाग की टीम नानगुर एरिया में सक्रिय होकर छानबीन में लगी हुई है.
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मुंगेली में भी तस्करी का मामला
मुंगेली जिले के लोरमी इलाके में जंगल से लकड़ी तस्करी बदस्तूर जारी है. तस्कर गिरोह रोजाना लाखों रुपये की कीमती इमारती लकड़ियों की तस्करी कर रहे हैं. लगातार हो रही तस्करी से वन विभाग की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं.