जगदलपुरः जिले में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को एक डॉक्टर सहित 8 अन्य कोरोना संक्रमित मरीजों की जान चली गई. स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, संक्रमित डॉक्टर देव ज्योति मजूमदार डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट में कार्यरत थे. पिछले वर्ष ही उन्होंने आईसीएमआर के अधिकारियों से मिलकर, जिले में सबसे पहले कोरोना की जांच लैब की शुरुआत कराई थी.
कोरोना से संक्रमित थे डॉक्टर देव ज्योति मजूमदार
डॉक्टर देव ज्योति मजूमदार के प्रयास से ही प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी आरटीपीसीआर जांच की शुरुआत हुई थी. उनके प्रयास से करीब एक महीने तक दुर्ग, धमतरी और रायपुर जैसे जिलों के मरीजों की कोरोना रिपोर्ट बस्तर जिले से मिल रही थी. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, डॉ. देव ज्योति मजूमदार डायबिटीज के मरीज थे. कोरोना संक्रमित होने के बाद वह होम आइसोलेशन में थे.
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जिले में कुल 1328 एक्टिव केस मौजूद
डॉ. देव ज्योति मजूमदार को बीते रविवार की रात पहले दस्त होने लगा. इसके बाद वह बेहोशी की हालत में आ गए. उनका ऑक्सीजन लेवल भी कम हो गया था. जिसके बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज में बेहतर उपचार के लिए भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान सोमवार को उनकी मौत हो गई. वहीं बस्तर जिले में भी लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. सरकारी आंकड़ों की बात करें तो अब तक कुल 1328 एक्टिव केस बस्तर जिले में है. साथ ही कोविड-19 से जिले में कुल 138 मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है.