बस्तर: बस्तर में मानसून की दस्तक के साथ ही बीमारियों ने भी दस्तक दे दी है. यहां तेजी से मौसमी बीमारियां बढ़ने लगी है. बस्तर जिले के तोकापाल विकासखंड के सोसनपाल गांव में उल्टी दस्त के दर्जनों मामले सामने आए हैं. कई मरीजों को उपचार के लिए डिमरापाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
स्वास्थ्य विभाग अलर्ट: लगातार उल्टी-दस्त के मामलों को गंभीरता से लेते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में सर्वे कराके स्वास्थ्य शिविर, पंचायत भवन सोसनपाल में लगाया. यहां गंभीर मरीजों का उपचार भी किया जा रहा है. साथ ही बीमारी के कारणों का भी पता लगाया जा रहा है. इसे लेकर गांव के पेयजल व्यवस्था की चेकिंग भी की गई है.
"बीते 3 दिनों से सोसनपाल में उल्टी-दस्त के मामले सामने आए हैं. बीमारी का कारण जानने के लिये मरीजों की पहचान कर इलाज के लिए भेजा गया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में सर्वे कर रही है. हेल्थ कैंप पंचायत भवन सोसनपाल में लगाया गया है. इसमें बीमार ग्रामीणों का इलाज किया जा रहा है." -डॉक्टर एम आर कश्यप, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर, तोकापाल
पानी के कारण लोग हुए बीमार: बताया जा रहा है कि, इस गांव से पहले 1 उल्टी-दस्त का मामला सामने आया था. बाद में ये आंकड़ा बढ़ता गया. गांव में पीने के पानी के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं. गांव में बिजली का ट्रांसफार्मर खराब होने के कारण पानी की समस्या थी. गांव के ग्रामीण गोठान के बोर का पानी पीने को मजबूर थे. यही कारण है कि लगातार कई ग्रामीणों को उल्टी दस्त होने लगा.
बोर के पास ब्लीचिंग पाउडर डाला गया: स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गौठान पहुंचकर बोर के पास ब्लीचिंग पाउडर डाला. बोर के पानी के सैम्पल की जांच के लिए IDSP शाखा में सैंपल भेजा जा रहा है. फिलहाल उल्टी-दस्त के 12 मरीज डिमरापाल अस्पताल में भर्ती हैं. एक अन्य मरीज को डिस्चार्ज किया गया है. सभी मरीज खतरे से बाहर हैं. BMO की ओर से ये जानकारी दी गई है कि स्वास्थ्य शिविर लगातार पंचायत भवन में लगाया जाएगा. ताकि मानसून में बीमार पड़ रहे ग्रामीणों का सही समय पर इलाज हो सके.