जगदलपुर: जगदलपुर में इन दिनों डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. जिले के तोकापाल ब्लॉक के सोसनपाल में 50 से अधिक डायरिया के मरीज मिले हैं. डायरिया के बढ़ते मामले को देखते हुए आज बस्तर कलेक्टर ने भी गांव का निरीक्षण किया. साथ ही मरीजों और स्वास्थ्य शिविर का जायजा लिया है. डायरिया के 8 मरीज डिमरापाल अस्पताल में भर्ती है. 2 मरीज एमपीएम हॉस्पिटल में भर्ती हैं. जबकि अन्य मरीज गांव के पंचायत भवन से सटे स्वास्थ्य शिविर में इलाज कराने आ रहे हैं. ग्रामीणों का प्राथमिक इलाज करने के बाद उन्हें वापस घर भेज दिया गया है. कुछ मरीजों का इलाज स्वास्थ्य शिविर सोसनपाल में ही किया जा रहा है.
बस्तर कलेक्टर ने लिया तोकापाल का जायजा: जिले में बढ़ते डायरिया के मरीजों की जानकारी के बाद बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम सबसे पहले पंचायत भवन में संचालित स्वास्थ्य शिविर पहुंचे. भर्ती मरीजों और स्वास्थ्य कर्मचारियों से बातचीत की. उचित दिशा-निर्देश दिया गया. फिर बाद में कलेक्टर गांव के भीतर पहुंचे मरीजों और उनके परिजनों से बातचीत की. कलेक्टर ने गांव का पैदल दौरा करके ग्रामीणों से अलग-अलग स्थानों पर बातचीत की. कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग को इस बीमारी की रोकथाम को लेकर कई दिशा निर्देश दिए. स्वास्थ्य विभाग के CMHO को स्वास्थ्य व्यवस्था के संबंध में जागरुकता के लिए काम करने को कहा.
पानी के कारण बढ़ रही दिक्कतें: लगातार डायरिया के मामले बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने गांव के पंचायत भवन में स्वास्थ्य शिविर लगाया. इधर, ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पीने के पानी की वजह से ऐसी स्थिति सामने आई है. बीते दिनों गांव में बिजली का ट्रांसफार्मर खराब होने के कारण पानी की समस्या बनी हुई थी. ग्रामीण गांव के गौठान वाले बोर का पानी पीने को मजबूर हैं.
मानसून में बढ़ जाती है दिक्कतें: इधर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गौठान में पहुंचकर बोर के पास ब्लीचिंग पाउडर डालने की बात कही. तोकापाल बीएमओ ने बोर के पानी का सैम्पल जांच के लिए आईडीएसपी शाखा भेजने की बात कही है. लेकिन संबधित विभाग से अभी तक जांच रिपोर्ट सामने नहीं आया है. फिलहाल सभी मरीजों की स्थिति खतरे से बाहर है. अब तक यहां डायरिया से किसी की मौत नहीं हुई है. बता दें कि अक्सर मानसून में डायरिया की दिक्कतें बढ जाती है. साथ ही मनसून में मलेरिया और डेंगू का भी खतरा बना रहता है.